सिरपुर साडा क्षेत्र अंतर्गत सरपंच-सचिवों के साथ अध्यक्ष ने की चर्चा
महासमुंद। सिरपुर आने वाले सैलानियों को आकर्षित करने के लिए कार्य योजनाएं हमें बनानी होगी और इसी के मद्देनजर यहां पर बैठक आयोजित किया गया है। सिरपुर क्षेत्र को कैसे हम देश दुनियां के मानचित्र में स्थापित करें इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लगातार प्रयासरत है, साथ ही साथ स्थानीय विधायक विनोद चंद्राकार का भी भरपूर साथ हमे सिरपुर क्षेत्र को विकसित करने में मिलेगा उक्त बातें गुरुवार को सिरपुर विश्राम गृह में आयोजित सरपंच सचिवों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा।
गौरतलब हों कि सिरपुर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण अध्यक्ष सतीश जग्गी ने पदभार ग्रहण पश्चात गुरुवार को सिरपुर विश्राम गृह में साडा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले 34 गांवो के सरपंच- सचिवों के साथ सिरपुर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर एक बैठक आयोजित किया जिसमें उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने विचार रखें। बैठक में सौर ऊर्जा के माध्यम से सिरपुर क्षेत्र में विद्युतीकरण करने, पार्कों को विकसित करने, शिल्प ग्राम बनाए जाने जैसे बिंदो पर चर्चा के साथ विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण मंदिर, गधेश्वर महादेव मंदिर , नागार्जुन गुफा को देखने आने वाले पर्यटकों और कैसे आकर्षित किया जाए इस पर भी विचार विमर्श किया गया। साडा क्षेत्र के अंतर्गत मूलभूत सुविधाओं को लेकर भी चर्चा हुई।
बैठक में सावन महीने में बड़ी संख्या में पहुंचने वाले कांवरियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सिरपुर से पहले कुछ दूरी पर उनके विश्राम के लिए शेड निर्माण किए जाने का प्रस्ताव उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने रखा। बैठक पश्चात श्री जग्गी ने सिरपुर में स्थलों का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान जनपद पंचायत सीईओ निखत सुल्ताना , सहायक संचालक नगर एवं ग्राम निवेश एस आर अजगरा, रेखराज शर्मा,अमर चन्द्राकर जिला पंचायत सभापति, जय पवार ,थनवार यादव,राधेलाल सिन्हा, जीवन साहू,ललित कुमार ध्रुव, राधेश्याम ध्रुव, वर्षा गिलहरे , पुसाराम निषाद, जय प्रकाश यादव, सुपाली चन्द्राकर, भेखराम यादव, पोषण यादव ,जीवन साहू, संतोष पटेल,आदि अधिकारी उपस्थित थे।
विदित हो कि पुरातात्विक महत्व स्थल सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में विकसित करने के लिए राज्य सरकार की ओर से विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) का गठन किया गया है। प्राधिकरण के माध्यम से ही सिरपुर और आसपास के क्षेत्रों का पुरातात्विक और पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।