गिरफ्तार आरोपियों में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. चैत्रा एमएस, डॉ. अशोक शेलके, अतुल कुमार तिवारी, सथीशा ए और रविचंद्र के. शामिल हैं। CBI की टीम ने सभी आरोपियों को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया। इस दौरान CBI ने कोर्ट से पांच दिन की रिमांड मांगी है। हालांकि, कोर्ट ने अब तक इस पर निर्णय नहीं दिया है।
CBI ने पुख्ता सूचना मिलने पर प्लानिंग के तहत जाल बिछाया। मंगलवार को कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश में 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी। लेन-देन के दौरान सभी 6 आरोपियों को रंगेहाथों पकड़ा है।
CBI ने जांच रिपोर्ट सही बताने के लिए 55 लाख लेने का गलत आरोप लगाया- वकील
बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि CBI ने डॉक्टर्स पर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए जांच रिपोर्ट सही बताने के लिए 55 लाख लेने का आरोप है, जो गलत है। डॉक्टर्स अपनी ईमानदारी से काम करने आए थे, लेकिन CBI ने अरेस्ट कर लिया। CBI का कहना है कि डॉक्टर्स को हवाला के माध्यम से पैसे मिलने वाले थे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।