सेंट्रल फंड के दुरुपयोग का आरोप, अजय चंद्राकर ने कहा हम सरकार को बर्खास्त करने की मांग करेंगे

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। गृहमंत्री अमित शाह से छत्तीसगढ़ बीजेपी के नेता सेंट्रल फंड की CBI जांच कराने की मांग करने वाले हैं। साथ ही सरकार को बर्खास्त करने की मांग भाजपा के नेता करेंगे। आज से दो दिनों तक केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर में रहेंगे और इसके बाद 7 जुलाई को पीएम नरेन्द्र मोदी का दौरा होगा। जिसे लेकर सूबे में सियासी माहौल गरमाया हुआ है।

बीते दिनों कांग्रेस ने पूर्ववर्ती रमन सरकार पर 1 लाख करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था। जिसके जवाब में बुधवार को पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर राज्य सरकार पर केन्द्र के फंड का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है।

चंद्राकर बोले-पूरी कैबिनेट जेल में होगी

पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि कट कॉपी और पेस्ट लेकर कांग्रेस प्रवक्ताओं ने पूर्ववर्ती रमन सरकार के समय के 34 घोटालों आरोप लगाया है। सत्ताधारी पार्टी आरोप नहीं लगाती, बल्कि जांच करती है। उन्होंने कहा कि सरकार घोटाले के दो आरोपी अधिकारी को क्यों संरक्षण दे रही है। चंद्राकर ने ये दावा किया कि हमारी सरकार आएगी तो हम इनके घोटालों की जांच करेंगे और ये दावा है कि पूरी कैबिनेट जेल में होगी।

मरकाम ने जांच की मांग, वह भी नहीं हुई

उन्होंने कहा कि PCC अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भी विधानसभा में आरोप लगाया था उसकी जांच नहीं की गई। सेस का एक पैसा भी कोरोना पीड़ितों और आम लोगों पर खर्च नहीं किया गया। चंद्राकर ने आरोप लगाया कि प्रदेश में 25 हजार करोड़ का गौठान घोटाला हुआ है।

इनकी जांच कराएगी क्या सरकार

उन्होंने सरकार से सवाल किया कि शराब घोटाला, रेत घोटाला , PSC घोटाला, धान घोटाला,जन जीवन मिशन घोटाले की जांच क्या राज्य सरकार कराएगी। उन्होंने इन तमाम घोटालों की जानकारी देते हुए ये भी कहा कि हम गृहमंत्री अमित शाह से इस सरकार को बर्खास्त करने की मांग करेंगे।

चंद्राकर भी अली बाबा चालीस चोर का हिस्सा – कांग्रेस

उधर, कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने अजय चंद्राकर के इस बयान को लेकर कहा है कि चंद्राकर भी उसी 1 लाख करोड़ के घोटाले का हिस्सा हैं और इसलिए वे बचाव में उतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घोटाले की छींटे उन पर भी है और वो भी अली बाबा चालीस चोर का हिस्सा रहे हैं और अगर उनके घोटालों की ईमानदारी से जांच हो तो अजय चंद्राकर जैसे रमन सरकार के कई मंत्री सलाखों के पीछे होंगे।

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