अंबेडकर अस्पताल के पेइंग वार्ड के कमरे का किराया तीन गुना बढ़ा, सामान्य 500 और एसी वाला कमरा 1 हजार रु. में

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रायपुर। अंबेडकर अस्पताल के पेइंग वार्ड को पहले से और बेहतर बनाया जाएगा। इसमें 26 नए एसी लगाने के साथ ही बेड और दूसरी व्यवस्था भी बदली जाएगी। लेकिन इसके साथ ही इस वार्ड के कमरे का किराया भी बढ़ा दिया है। पेइंग वार्ड के सामान्य कमरे का किराया अब एक दिन का 500 रुपए कर दिया गया है। एसी वाला कमरा लेने पर यही किराया बढ़कर 1000 रुपए हो जाएगा। पहले समान्य कमरे का 150 और एसी वाले का किराया 350 रुपए एक दिन का था। पं. जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय और डॉ भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय मेकाहारा की स्वशासी प्रबंध कार्यकारिणी समिति की बुधवार की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।

संभागायुक्त महादेव कावरे की अध्यक्षता और कलेक्टर डॉ गौरव सिंह की मौजूदगी में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि अंबेडकर अस्पताल में 16 नए डॉक्टरों की भर्ती की जाएगी। इसमें पोस्टमार्टम की व्यवस्था सुधारने के लिए भी नए डॉक्टरों की नियुक्ति होगी। ताकि कम से कम समय में शवों का पोस्टमार्टम हो सके। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिवारवालों से बेहतर तरीके से पेश आएं, जिससे उन्हें इलाज में आसानी हो। इसके अलावा एनाटॉमी विभाग में मृत्यु के बाद शरीर दान और मृत शरीर में एम्बॉलमिंग करने वाले कर्मचारी को एक निश्चित मानदेय देने पर भी सहमति बनी।

अस्पताल में डायलिसिस टेक्निशियन, ड्रेसर, इलेक्ट्रिीशियन, लैब असिस्टिेंट, फार्मासिस्ट, ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन जैसे तकनीकी पदों पर भी भर्ती करने को मंजूरी दी गई है। बैठक में स्वशासी समिति की मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अधिष्ठाता डॉ तृप्ति नागरिया, अधीक्षक एवं संयुक्त संचालक डॉ एसबीएस नेताम सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष डॉक्टर, अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।

इलाज करने वाले ही समय पर नहीं पहुंचे, 21 को नोटिस

जिला अस्पताल पंडरी में डॉक्टर से लेकर टेक्निशियन तक समय पर नहीं आ रहे हैं। इससे मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है। संभाग कमिश्नर बुधवार को अस्पताल की व्यवस्था देखने पहुंचे तो सुबह 10 बजे तक रेडियोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, ड्राइवर, ऑक्सीजन ऑपरेटर, प्रयोगशाला सहायक, वार्ड ब्वॉय, लांड्री मशीन ऑपरेटर, सफाईकर्मी सहित 21 कर्मचारी मौजूद नहीं थे।

इससे वे खासे नाराज हुए। उन्होंने मौके पर ही गैरहाजिर रहने वाले 21 डॉक्टर और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करवा दिया। उन्होंने अस्पताल के सिविल सर्जन पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ये कैसी मॉनिटरिंग हो रही है। अस्पताल में मरीज बैठे और इलाज करने वालों का ही पता नहीं है। निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त महादेव कांवरे ने अस्पताल परिसर में वाहन पार्किंग, सफाई, मरीजों के पलंगों की चादर रोज बदलने समेत कई तरह के कामों को लेकर जरूरी निर्देश दिए।

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