
शनिवार को मानसी राम पटपरिया, थाना गांधीनगर स्थित अपने घर में थी। घर के दूसरे कमरे में पिता मन कुमार राम भी मौजूद थे। दोपहर लगभग दो बजे मानसी का बड़ा भाई घर पहुंचा एवं उसने खाना निकालने के लिए मानसी को आवाज दी। मानसी के नहीं आने पर भाई उसके कमरे में पहुंचा तो मानसी फांसी के फंदे पर झूलती हुई मिली। उसने शोर मचाकर पिता को आवाज दी।
हॉस्पिटल पहुंचने से पहले मौत, नहीं मिला सुसाइड नोट
मानसी को तत्काल फंदे से उतारकर पिता एवं परिजन उसे लेकर मिशन हॉस्पिटल पहुंचे। मिशन हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने जांच के बाद मानसी को मृत घोषित कर दिया। मानसी के शव का पोस्टमार्टम अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में रविवार को किया गया।
मानसी के पिता मन कुमार राम ने बताया कि मानसी एक विषय में सप्लीमेंट्री आने के बाद व्यथित थी। हालांकि कार्मेल प्रबंधन ने उसे परीक्षा देने का एक मौका भी दिया था। मृत छात्रा नर्सरी से ही कार्मेल स्कूल में पढ़ रही है।मानसी ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर भी किसी प्रकार का कोई दबाव होने या अन्य कोई आरोप नहीं लगाया है। मानसी ने कोई सुसाइड नोट भी नहीं छोड़ा है।
स्कूल के शिक्षक भी पहुंचे हॉस्पिटल
घटना की सूचना पर कार्मेल स्कूल के शिक्षक भी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंचे। शिक्षकों ने बताया कि मानसी शांत स्वभाव की थी। सप्लीमेंट्री आना कोई ऐसा बड़ा कारण नहीं था, जिससे वह फांसी लगा ली। उसके पास परीक्षा पास करने का मौका था।
करीब एक वर्ष पूर्व कार्मेल स्कूल की कक्षा छठवीं की छात्रा ने टीचर पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए फांसी लगा ली थी। इसे लेकर कार्मेल प्रबंधन मामले में सतर्क दिखा। हालांकि छात्रा के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर कोई भी आरेाप नहीं लगाया है।