छत्‍तीसगढ़ के चुनावी रण में उतरीं 29 महिलाओं में से तीन की चमकी किस्मत

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में 11 लोकसभा सीटों में से तीन पर महिला प्रत्याशियों ने बाजी मारी हैं। इसमें भाजपा की दो और कांग्रेस की एक शामिल हैं। 11 लोकसभा सीटों पर 29 महिलाओं ने किस्मत आजमाया था, जिसमें भाजपा और कांग्रेस की तीन-तीन शामिल हैं।

कोरबा लोकसभा सीट पर भाजपा की सरोज पांडेय और कांग्रेस की ज्योत्सना चरणदास महंत के बीच मुकाबला था। ऐसे ही रायगढ़ में भाजपा के राधेश्याम राठिया के सामने कांग्रेस की डा. मेनका देवी सिंह, सरगुजा में भाजपा के चिंतामणि महराज के सामने कांग्रेस की शशि सिंह, महासमुंद में कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू के सामने रूपकुमारी चौधरी तथा जांजगीर-चांपा में कांग्रेस के डा. शिव कुमार डहरिया के सामने भाजपा की कमलेश जांगड़े चुनावी रण में थीं। भाजपा की रूपकुमारी चौधरी और कमलेश जांगड़े की किस्मत चमकी है और वे चुनावी रण जीतने में सफल हुई हैं। दो बार की विधायक रूपकुमारी चौधरी पहली बार लोकसभा चुनाव के मैदान में थीं।

जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र के लिए भाजपा ने मौजूदा सांसद गुजाराम अजगल्ले का टिकट काट कमलेश जांगड़े को प्रत्याशी बनाया था। कोरबा से कांग्रेस की ज्योत्सना महंत ने बाजी मारी है। इससे पहले राज्य गठन के बाद से चार लोकसभा चुनाव में 70 महिलाओं ने किस्मत आजमाई थीं, जिसमें से छह संसद तक पहुंचने में सफल भी हुई। पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में कुल 166 प्रत्याशी मैदान में थे, जिसमें 23 महिलाएं थीं। इसमें से तीन महिलाएं संसद तक पहुंचने में सफल हुई थी। सरगुजा से भाजपा ने रेणुका सिंह और रायगढ़ से गोमती साय को टिकट दिया था। दोनों ने ही जीत दर्ज की थी।

लोकसभा क्षेत्र में महिला प्रत्याशी

सरगुजा-तीन, रायगढ़-दो, जांजगीर-चांपा- छह, कोरबा- छह, बिलासपुर-एक, राजनांदगांव-दो, दुर्ग- तीन, रायपुर- पांच, महासमुंद- एक। बस्रत और कांकेर के चुनावी मैदान में एक भी महिला प्रत्याशी नही थीं।

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