अमरावती. आंध्र प्रदेश पुलिस ने दो लाख किलोग्राम गांजा को जलाकर नष्ट कर दिया. बाजार में गांजे की कीमत 200 करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है. राज्य पुलिस ने बताया कि उन्होंने पिछले कुछ सालों में प्रदेश के तटीय जिलों से जितना भी नशीला पदार्थ एकत्रित किया था उसे नष्ट कर दिया गया है. आंध्र प्रदेश पुलिस ने बीते 12 फरवरी को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर गांजा जलाने का एक वीडियो भी शेयर किया है.
Historic occasion in the annals of #APPolice: An unprecedented 2La Kgs of seized Ganja Destruction by #APPolice along with Drug Disposable Committee, Special Enforcement Bureau at Koduru(V),Anakapalli(M), #Visakhapatnam District.#MissionDrugFreeIndia @narcoticsbureau pic.twitter.com/IMHlPmilP2
— Andhra Pradesh Police (@APPOLICE100) February 12, 2022
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे 200 करोड़ से ज्यादा की कीमत वाले गांजे में आग लगाकर उसे नष्ट कर दिया गया. इतना ही नहीं, पुलिस इस आयोजन को बेहद खास बनाना चाहती थी और इसीलिए उसने गांजे के ढेर तक पहुंचने के लिए रेड कार्पेट का भी इंतजाम किया था.
राज्य पुलिस ने वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, “आंध्र प्रदेश पुलिस के इतिहास में ऐतिहासिक अवसर: विशाखापत्तनम जिले में कोडुरु के विशेष प्रवर्तन ब्यूरो और ड्रग डिस्पोज़ेबल कमेटी के साथ आंध्र प्रदेश पुलिस ने जब्त किये गए 2 लाख किलो गांजे को नष्ट कर दिया.”
एक अन्य ट्वीट में राज्य पुलिस ने लिखा, “आंध्र प्रदेश सरकार के आदेश और राज्य के मुख्यमंत्री के विजन पर काम करते हुए आंध्र प्रदेश पुलिस ने 1 नवंबर, 2021 को गांजा के खतरे को रोकने के लिए #ऑपरेशन परिवर्तन शुरू किया था. गांजे की समस्या को हल करने के मकसद से अंतर्राज्यीय और अंतर विभागीय बैठकें लगातार की जा रही हैं, ताकि इस व्यापक कार्यक्रम के साथ मुद्दे का समाधान किया जा सके.”
किन स्थानों पर होती है गांजे की खेती
एक अधिकारी ने कहा कि संबंधित एजेंसी पिछले कई सालों से नशीले पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए अभियान चला रहे हैं. उन्होंने प्रतिबंधित माओवादी संगठन को राज्य में गांजा की खेती को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार बताया. और कहा कि यह खेती ओडिशा के 23 जिलों सहित विशाखापत्तनम जिले के 11 मंडलों में की जा रही है.