गरियाबंद। वन्य प्राणियों की हत्या और तस्करी के मामले में उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व की एंटीपोचिंग टीम को लगातार सफलता मिल रही है। बीते कल पकड़े गए दो आरोपी लालधर और टीकम के बयान और मोबाइल से मिले सबूत के आधार पर टीम ने एक और आरोपी संतोष मांझी को ओडिशा पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया है। संतोष के पास से 1 किलो 80 ग्राम पेंगोलिन स्केल “साल खपरी की छाल” बरामद हुआ है।
टीम के मुताबिक संतोष मांझी नवरंग वाले प्रकरण में सलिप्त था। उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व के उपनिदेशक वरुण जैन ने बताया कि 20 जुलाई पकड़े गए दो आरोपी लालधर पिता हरिसिंग गाड़ा और टीकम पिता नीलधर जाति गाड़ा से पूछताछ में नवरंगपुर प्रकरण में ओडिशा के तीन अन्य लोगो के शामिल होने के सबूत मिले थे। जिसके आधार पर टीम ने 21 जुलाई को ओडिशा के नवरंगपुर जिला अंर्तगत झरीगांव थाना क्षेत्र के ग्राम नुवागांव निवासी संतोष मांझी व बलदेव मांझी तथा चंदाहांडी थाना क्षेत्र के ग्राम राजकोट निवासी दामूधर जोगा के यहां छापा मारा। इस दौरान बलदेव मांझी और दामूधर वहां से फरार हो गए। टीम को संतोष मांझी और पवन मांझी को नुवागांव से पकड़ने में सफलता मिली। जिसमे संतोष के पास से बरामद 1 किलो 80 ग्राम पेंगोलिन स्केल को जप्त किया गया। उपनिदेशक वरुण जैन बताया की आरोपी ओडिशा के होने के चलते एन्टीपोचिंग टीम ने छापामार कार्यवाही के पहले 21 जुलाई को ओडिशा के झरीगांव थाना पुलिस से संपर्क कर उनकी मदद ली गई।
संयुक्त रूप से कार्यवाही में संतोष मांझी, पवन मांझी को झरिगांव पुलिस थाना में सूचना देकर वन परिक्षेत्र इंदागांव धुरवागुड़ी, बफर कार्यालय में पूछताछ के लिए लाया गया।रविवार को दोनो से हुई पूछताछ के बाद पवन मांझी वन अपराध मे संलिप्त नही पाए जाने पर उनके परिजनों को बुलाकर छोड़ दिया गया। वही संतोष को गरियाबंद न्यायालय में पेश कर रिमांड में जेल भेज दिया गया। वही फरार आरोपी बलदेव, दामूधर, जोगा का छत्तीसगढ़ वन विभाग की एन्टीपोचिंग टीम के द्वारा पतासाजी किया जा रहा हैं।
इस कार्यवाही मे एन्टीपोचिंग टीम के सदस्य डोमार सिंह साहू, परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण उदंती देवनारायण सोनी परिक्षेत्र अधिकारी उत्तर उदंती, दानवीर चिण्डा, गंगाराम ठाकुर, पुनाराम साहू, मनोज ध्रुव, फलेश्वर दीवान, रोहित निषाद, ऋषि ध्रुव, विरेन्द्र ध्रुव, ओम प्रकाश राव, राकेश मार्कडे, चुरामन घृतलहरे, पुनीत, जानकी बाई, शाहरुख खान, वरुण साखरे एवं थाना झरीगांव, जिला नवरंगपुर (उड़ीसा) पुलिस स्टॉफ का विशेष योगदान रहा।