अत्याचार के खिलाफ उलगुलान करने वाले महानायक थे बिरसा मुंडा : संजय नेताम

Chhattisgarh Crimes
पूरन मेश्राम/मैनपुर। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जन्मजयंती के अवसर पर ग्राम पंचायत भूतबेड़ा में राजापड़ाव क्षेत्र के आदिवासी मूल निवासी समाज व युवाओं ने जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम शामिल हुए। सभी अतिथियों एवं पदाधिकारियों ने बिरसा मुंडा की कुर्बानी को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की एवं भगवान बिरसा मुंडा के जयघोष के नारे लगाए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि संजय नेताम ने कहा कि बिरसा मुंडा देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के समय आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचार और धर्मांतरण के खिलाफ क्रांति का बिगुल बजाया और राष्ट्र व समाज उत्थान के लिए मात्र साढ़े चौबीस वर्ष की आयु में ही अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। वे हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके बताए मार्ग पर हमें चलना है।

*गोना के सरपंच सुनील मरकाम* ने भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में बताकर उन्हें महान राष्ट्रभक्त, क्रांतिकारी बताया।

जय अंबेडकरवादी युवा संगठन भूतबेड़ा के संरक्षक *फूलचंद मरकाम ने कहा कि* बिरसा मुंडा ने सामंती व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन किया था। उन्होंने जमींदारी प्रथा और अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई लड़ी। बिरसा ने मुंडा आदिवासियों को जल, जंगल जमीन की रक्षा के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर भूतबेड़ा के सरपंच अजय नेताम,कोकड़ी के सरपंच सखाराम मरकाम,जय अंबेडकरवादी युवा संगठन के अध्यक्ष पतंग मरकाम, उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम परदे, उपसरपंच नंदलाल नागेश,नकुल नागेश, पूरन मेश्राम,झांकर रोहन नेताम, हेमंत परदे,अजय मरकाम, अनिल नेताम,धनेश्वर नेताम,कार्तिक नेताम,मेघनाथ मरकाम,चुन्नू नेताम,रविचंद्रन मरकाम, हीरा सिंह जगत,माधव नेताम,डिमेश नेताम,देवसिंह नेताम,मल्लेश्वर मरकाम, संचालक धनेंद्र सूर्यवंशी,सुनील सूर्यवंशी,अशोक नेताम, कुमारी रेखा नेताम,कुमारी प्रतिमा नेताम,कुमारी लिलेश्वरी मरकाम सहित सैकड़ों लोग क्षेत्र से उपस्थित रहे।

Exit mobile version