बस्तर में शिवसेना का हल्ला बोल, केंद्र सरकार के खिलाफ किया जोरदार प्रदर्शन

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। नगरनार संयंत्र का केंद्र सरकार निजीकरण करने जा रही है। इसी के विरोध में छत्तीसगढ़ के शिवसैनिकों ने जोरदार आंदोलन छेड़ रखा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार प्रॉपर्टी डीलर की भूमिका निभा रही है। इतना ही नहीं, बस्तरवासियों की जमीन कौड़ी के भाव में सरकार ने छीन लिया। केंद्र सरकार ने वादा किया था कि बस्तर के हर वर्ग के परिवार को रोजगार दिया जाएगा। आज जब 15 प्रतिशत काम पूरा हो गया और प्लांट चालू होनेवाला तब स्थानीय लोगों को रोजगार न देकर दूसरे राज्यों के लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। संयंत्र के निजीकरण का फरमान जारी होने के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ शिवसेना का हल्ला बोल आंदोलन 14 दिसंबर को चारामा से प्रारंभ हुआ।

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आंदोलन का प्रारंभ शिवसेना प्रदेश प्रमुख धनंजय सिंह परिहार ने पूजा अर्चना कर प्रारंभ किया। यह आंदोलन कांकेर, केसकाल, कोंडागांव होते हुए लगभग 205 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए जगदलपुर नगरनार संयंत्र पहुंचा, यहां पर संयंत्र के पास जोरदार प्रदर्शन किया गया। शिवसेना प्रदेशप्रमुख धनंजय सिंह परिहार, भारतीय कामगार सेना प्रदेश प्रमुख मधुकर पाण्डेय व संजय नाग, रेशम जांगड़े, सुनील नागरकर, सुनील कुकरेजा, डॉ. आनंद मल्होत्रा, सूरज साहू, दिनेश ठाकुर, विकास ठाकुर, हृदय नारायण सिंह, धर्मेंद्र ठाकुर, राकेश श्रीवास्तव सहित प्रदेश के प्रमुख वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया।

सभा का संचालन नेहा तिवारी ने किया। आंदोलन में राजेश ठावरे, शशांक देशमुख, संतोष यदु, अजय बंजारे, रवि मेजरवार, शैलेंद्र सोनी, राजकुमार तिवारी, प्रकाश वर्मा, शशांक वर्मा, हिमांशु, नेहा तिवारी, ज्योति दीदी सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी शिवसैनिक संजय नाग ने दी।