बलौदाबाजार। जिले के एक शख्स ने अपनी बहू के लिए वो कर दिया जिसकी खिलाफत रूढ़िवाद करते रहा है। बलौदाबाजार के लवन के एक शख्स ने अपने बेटे की मौत होने पर अपनी विधवा बहू का खुद पुनर्विवाह करा दिया।
रूढ़िवादी परंपराओं से परे जाकर अपनी बहू की जिंदगी में आए दु:खों के पहाड़ को कम करने की कोशिश करने वाले बलौदाबाजार जिले के इस शख्स का नाम है मनीराम जायस्वाल, जो नगर पंचायत लवन में पदस्थ है। मनीराम सेल गांव में रहते हैं। सेल में 24 अगस्त को रेश्मा का पुनर्विवाह मध्य प्रदेश के रहने वाले व्यक्ति के साथ संपन्न हुआ।
बलौदाबाजार के सेल में हुए इस विवाह समारोह में सबकी आंखों को नम कर देने वाला क्षण तब आया जब रेश्मा की विदाई हो रही थी। विदाई के वक्त पूरे जायसवाल परिवार रेश्मा के लिए ठीक वैसे ही बिलख पड़ा जैसे माता-पिता अपनी बेटी की विदाई के वक्त रोते हैं।
विदाई में मौजूद हर शख्स की आंखें तब नम हो गईं जब मनीराम समेत पूरे परिवार ने रेश्मा से कहा- बेटे तुने जैसे हमें सम्भाला है वैसे ही अपने ससुराल सिरपुर में परिवार को सम्भालना।सेल तुम्हारा मायका है। हम तेरे माता-पिता हैं। हमें भुल मत जाना।
अपने गम से बढ़कर समझा बहू के दु:ख को
जीवन के जिस पड़ाव पर एक पिता को अपने बेटे के सहयोग की जरूरत महससू होने लगती है, उसी पड़ाव में बलौदाबाजार के सेल निवासी मनीराम को अपने बड़े पुत्र रामेश्वर प्रसाद की अर्थी को कंधा देना पड़ा।
जिससे लवन नगर पंचायत के सीएमओ मनीराम व उनके परिवार पर गमों का अंधकार छा गया। इस सबके बीच मनीराम अपने गमों को कुछ पल के लिए ही सही, भुलाकर अपनी 22 वर्षीय विधवा बहू के भविष्य के बारे में सोचने लगे। और बहू के प्रति एक खुले विचार वाले आदर्श ससुर की मिसाल पेश करते हुए उन्होंने अपनी बहू रश्मि की दोबारा शादी करवाने की ठान ली।
जून 2018 में हुआ था बेटे का निधन
मनीराम के बड़े पुत्र रामेश्वर प्रसाद जायसवाल की आकस्मिक मृत्यु 27 जुन 2018 को हो गई थी। रामेश्वर की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी रेशमा जायसवाल अपने सास-ससुर व परिजनों की देखभाल बेटी की तरह करती रही। मनीराम व परिवार के अन्य सदस्य भी दु:ख की इस घड़ी में अपनी बहू की बेटी की तरह ही देखभाल करते रहे। लेकिन मानवीय संवेदनाओं की सर्वोच्च समझ का परिचय देते हुए ससुर मनीराम व उनके परिजन ने रेश्मा का भविष्य दोबारा संवारने का संकल्प लिया।
मप्र के बुरहानपुर निवासी युवक के साथ कराई शादी
सभी योग्य वर की तलाश में जुट गए। योग्य वर मिलने पर 24 अगस्त 2020 को रेश्मा जायसवाल का विवाह कराया। उन्होंने सामाजिक रीति-रिवाज से मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिला के सिरपुर गांव निवासी पवन कुमार चैकसे के साथ रेश्मा का विवाह कर दिया।