फोर्स के मुताबिक मारे गए सुधाकर पर 1 करोड़ और भास्कर पर 45 लाख का इनाम था। सुधाकर छुट्टी मनाकर जंगल लौटा था, तभी मुठभेड़ में मारा गया। नक्सलियों के शवों के पास से ऑटोमैटिक हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक 5 जून को पहली मुठभेड़ के बाद सुधाकर का शव बरामद हुआ था। यह वही सुधाकर है, जिसने दंडकारण्य क्षेत्र में नक्सल शिक्षा केंद्रों की शुरुआत की थी। वहीं 6 जून को नक्सली कमांडर भास्कर मारा गया, जो तेलंगाना स्टेट कमेटी से जुड़ा हुआ था।
इसके साथ ही 6 और 7 जून की दरम्यानी रात को हुई मुठभेड़ों में 3 और नक्सलियों के शव मिले, जिनमें 2 महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। 7 जून को अंतिम मुठभेड़ में 2 अन्य पुरुष नक्सलियों के शव बरामद किए गए। इन पांच शवों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
एनकाउंटर स्पॉट से 2 AK-47 राइफल, भारी मात्रा में गोला-बारूद और नक्सली दस्तावेज बरामद किए गए हैं। ऑपरेशन के दौरान कुछ जवानों को सांप और मधुमक्खियों ने काट लिया।फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं। सभी का इलाज जारी है।
2 इनामी समेत 7 नक्सलियों ने किया सरेंडर
भास्कर मंचेरियल कोमाराम भीम (एमकेबी) DVC (डिविजनल कमेटी) का सदस्य और सचिव था। आंध्रप्रदेश के आदिलाबाद का रहने वाला था। इसके पहले 1 करोड़ का इनामी नक्सली सुधाकर भी मारा गया है। सुधाकर नक्सलियों के शिक्षा विभाग का इंचार्ज था। आंधप्रदेश के चिंतापालुदी गांव का रहने वाला था।
वहीं दंतेवाड़ा में 2 इनामी समेत 7 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (50 हजार इनामी), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (50 हजार इनामी), भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ सुती उर्फ लखन मरकाम, रातू उर्फ ओठे कोवासी, सुखराम पोड़ियाम और पंडरू राम पोड़ियाम शामिल हैं।
नक्सलियों के प्रेस इंचार्ज की भी थी मौजूदगी
जानकारी के मुताबिक फोर्स सर्चिंग पर निकली थी। इसी दौरान घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी गोलीबारी की। बताया जा रहा है कि तेलंगाना स्टेट कमेटी में नक्सलियों के प्रेस इंचार्ज बंडी प्रकाश समेत बड़े स्तर के नक्सलियों की मौजूदगी भी थी।
इस दौरान मुठभेड़ में 2 नक्सली मारे गए, जिससे सुधाकर की डेडबॉडी को जवानों ने बरामद कर लिया था। वहीं भास्कर का शव शुक्रवार को मिला। उसके पास से हथियार भी मिले हैं, जिन्हें जवानों ने जब्त कर लिया है।