बेटी ने प्रेमी और मौसेरी बहन के साथ मिलकर किया था मां पंचायत सचिव की हत्या

Chhattisgarh Crimes

बिलासपुर। जिले में महिला पंचायत सचिव की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। बेटी ने प्रेमी और मौसेरी बहन के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और घटना को अंजाम दिया। आरोपी अपने प्रेमी के साथ शादी करना चाहती थी। लेकिन मां को इस पर आपत्ति थी। जिससे वह परेशान थी। घटना के पूर्व आरोपियों ने नींद की 9 गोली चाय में देकर पिलाया। जिससे महिला की मौत हो गई। इसके बाद मौत की पुष्टि करने के लिए करंट लगाया। पुलिस ने बेटी, मौसेरी बहन और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही मृतका के जेवर जब्त कर लिया है।

पूरा मामला सकरी थाना इलाके के उसलापुर गुप्ता कॉलोनी का है। मृतका महिला चंदना डड़सेना मुंगेली के पथरिया ब्लॉक के चुंचुनिया पंचायत में सचिव के पद पर पदस्थ थी। जिसकी लाश 24 अगस्त को घर में बरामद हुई थी। महिला अपने 18 साल की लड़की के साथ रहती थी। महिला के पति की दो साल पहले ही मौत हो चुकी है।

उसकी बेटी तनु डड़सेना ने पुलिस को बताया था कि जिस वक्त यह घटना घटी वह घर से बाहर अपने दोस्तों और परिजनों के साथ कोटा घूमने गई थी। कोटा से आने के बाद अपने नानी के यहां रुक गई। जिसके बाद उसने अपनी मां चंदना को फोन किया, तो मां ने फोन नहीं उठाया। सुबह फिर फोन नहीं उठाने पर पड़ोसी को घर पर जाने कहा। घर पहुंचकर पड़ोसी ने देखा कि उसकी मां की लाश बिस्तर में पड़ी हुई है। पड़ोसी ने तुरंत इसकी सूचना उसे दी थी।

एसपी प्रशांत अग्रवाल ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि तकनीकी साक्ष्य के माध्यम से संदेही प्रेमी देवदीप गप्ता से पूछताछ किया गया. पूछताछ के दौरान देवदीप गुप्ता पिता दिनेश गुप्ता (18) साकिन महाशक्ति चौक कोटा थाना कोटा जिला बिलासपुर (छ.ग.) प्रकरण में प्रेमिका से शादी नहीं होने से व्यथित था. घटना को अपनी प्रेमिका एवं उसकी मौसेरी बहन के साथ साजिश कर अंजाम देना स्वीकार किया. प्रकरण में मृतका के हत्या में इस्तेमाल किए गए बिजली का तार एवं एक्सटेंशन तार, नींद की टेबलेट मय स्ट्रीप, चाय का कप जब्त कर आरोपी बेटी, प्रेमी और मौसेरी बहन को गिरफ्तार किया गया.

प्रकरण में थाना प्रभारी उनि शंकर गोस्वामी हमराह स्टाप सउनि दिवाकर सिंह, सउनि ओमप्रकाश परिहार, प्र.आर राजेश्वर क्ष-गी, प्रआर रीना प्रधान, प्र. आर.आरक्षक अभिजीत डाहिरे. आर. शैलेन्द्र साहू, आर. विरेन्द्र भोई, आर. सतीष यादव, आर. सुनील सूर्यवंशी के साथ आरोपियों के पतासाजी एवं पकडने में विशेष भूमिका रहा.