रायपुर। कवर्धा भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष विजय पांडेय ने मंत्री मोहम्मद अकबर को अपने घर बुलाकर चाय क्या पिलाई, बवाल मच गया। विजय को चाय पिलाने के कारण भाजपा ने नोटिस जारी किया और तीन दिन में जवाब मांगा। विजय ने पार्टी को जवाब तो नहीं दिया, लेकिन पार्टी का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया।
रविवार को मंत्री मोहम्मद अकबर के सरकारी निवास पर विजय पांडेय ने कांग्रेस की सदस्यता ली। मंत्री मोहम्मद अकबर ने उनका तिरंगा गमछा पहनाकर स्वागत किया। विजय पांडेय भाजपा के राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय के चचेरे भाई हैं। साथ ही वह हिंदुस्तान पेट्रोलियम डीलर्स एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद विजय पांडेय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि किसी मंत्री को बुलाकर चाय पिलाना गुनाह है, तो मैं गुनहगार हूं। आज मैं आधिकारिक रूप से कांग्रेस का सदस्य बनकर भारतीय जनता पार्टी को उस नोटिस का जवाब दे दिया हूं। मुझे मनाने भाजपा के बड़े-बड़े लोगों का फोन आ रहा है, लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों और समाज के सभी वर्गों के हित के लिए किए जा रहे कार्यों से प्रभावित हैं।
समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की कांग्रेस की नीति उन्हें अच्छी लगती है। इसे देखते हुए वे कांग्रेस पार्टी में प्रवेश कर रहें हैं। कांग्रेस पार्टी के सिपाही के रूप में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कार्य करने का प्रयास करेंगे। मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि विजय पांडेय का कांग्रेस पार्टी में पूरा सम्मान किया जाएगा। कांग्रेस में पुराने और नए कार्यकर्ता का कोई भेदभाव नहीं रहता है। एक सवाल कि जवाब में अकबर ने कहा कि कांग्रेस में आने वाले सभी लोगों का स्वागत है।
विजय पांडेय ने एसोशिएशन के कार्यालय के लिए भूखंड आवंटन को लेकर मंत्री अकबर को 13 सितंबर को बोड़ला स्थित अपने पेट्रोल पंप परिसर में आमंत्रित किया था। वहां मंत्री का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया और चाय पिलाई गई। कवर्धा भाजपा ने 17 सितंबर को विजय को नोटिस जारी किया और तीन दिन में जवाब मांगा। नोटिस में कहा गया था कि मंत्री का स्वागत भाजपा के जिले के पद में रहते हुए किया गया, जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। उन्होंने नोटिस को अपना अपमान मानते हुए 1994 से भाजपा से जुड़ाव को समाप्त करने का निर्णय लिया।