बालोद। भारतीय जनता पार्टी जिला बालोद के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष और चिखलाकसा नगर पंचायत के सांसद प्रतिनिधि विक्रम धुर्वे ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनकी मौत से पूरे जिले में शोक की लहर है। भारतीय जनता पार्टी के नेता-कार्यकर्ता उनके घर पहुंचे हुए हैं। मामला दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र का है।
दल्लीराजहरा थाना प्रभारी वीणा यादव से पूरे मामले में जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि घटना शुक्रवार दोपहर लगभग 1 से 2 बजे के बीच की है। पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है। विक्रम धुर्वे डौंडीलोहारा सीट से विधानसभा के सशक्त प्रत्याशी थे। अचानक उनके निधन की खबर से बीजेपी में शोक की लहर है।
थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस टीम विक्रम धुर्वे के घर पहुंची। यहां दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़कर पुलिस अंदर घुसी। फांसी के फंदे से शव को उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। जांच में पता चला है कि घटना के वक्त विक्रम धुर्वे घर पर अकेले थे। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। परिजनों और आसपास के लोगों के बयान भी लिए जा रहे हैं।
राजनीतिक गलियारों में बीजेपी नेता विक्रम धुर्वे की अच्छी पकड़ थी। वे लोगों के भी चहेते थे और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष व चिखलाकसा नगर पंचायत के सांसद प्रतिनिधि के तौर पर अच्छा काम कर रहे थे। उनकी आत्महत्या की वजह अभी तक सामने नहीं आई है।
बीजेपी नेता विक्रम दुबे की जेब से सुसाइड नोट मिला है। उन्होंने इसमें लिखा है कि उन्हें किसी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन वे काफी परेशान हैं और जीना नहीं चाहते हैं। उन्होंने लिखा कि वे अपने आप से परेशान हैं, उन्हें किसी ने परेशान नहीं किया है। हालांकि परेशानी की वजह क्या है, इसका जिक्र उन्होंने नहीं किया है। इसकी जांच पुलिस कर रही है।