आयरन और कैल्शियम की कमी पूरी करेगा उबला अंडा, लेकिन पीले हिस्से को लेकर बरतें ये सावधानी

Chhattisgarh Crimes

संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे। जी हां ये कहावत यूं ही नहीं कही गई है। अंडे स्वास्थ्य की नजर से बेहद पौष्टिक हैं। इनका रोज सेवन भी किया जा सकता है। हालांकि कुछ परिस्थियों को छोड़ दें तो अंडे फायदा ही करते हैं। ऑमलेट या फ्राई की बजाय उबले हुए अंडे सेहत को ज्यादा फायदा पहुंचाते हैं।

चलिए जानते हैं कि उबले हुए अंडे खाने से सेहत को क्या क्या फायदा होता है।

1. उबले हुए एक देसी अंडे में 6 ग्राम प्रोटीन होता है। यानी जो लोग प्रोटीन की कमी से जूझ रहे हैं या कमजोर हैं, उन्हें उबले अंडे का रोज सेवन करना चाहिए ताकि उनके शरीर में प्रोटीन की कमी दूर हो सके।

2. उबले हुए अंडे के पीले भाग के सेवन से शरीर में, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के शरीर में आयरन की कमी दूर हो जाती है।

3. उबला हुआ अंडा आंखों के लिए काफी लाभदायक है। नियमित तौर पर उबले हुए अंडे का सेवन करेंगे ते इसमें मौजूद कैरोटिनायड्स आंखों की मांसपेशशियों को मजबूत बनाएगा और एंटीऑक्सीडेंट्स रेटिना को मजबूत करेगा जिससे मोतियाबिंद का खतरा कम होता है।

4. उबले हुए अंडे के सेवन से कैल्शियम की कमी पूरी होती है, जो बच्चे मिट्टी खाते हैं या वो लोग जिनके जोडों में दर्द रहता है या जिनकी हड्डियां कमजोर होती है, उन्हें उबले अंडे के सेवन फायदेमंद रहेगा।

5. अंडे में कोलीन तत्व पाया जाता है। अंडे को उबाल कर खाया जाए तो इसमें मौजूद विटामिन व 12 ब्रेन को एक्टिव करता है और मानसिक तनाव दूर करता है। बच्चे रोज उबले अंडे खाएं तो उनकी मेमोरी भी तेज होगी।

6. जो वेट लॉस के मिशन में लगे हैं उन्हें अंडे का पीला भाग ज्यादा नहीं खाना चाहिए। डॉक्टर प्रमोद सोनी, एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज, जोधपुर के अनुसार अंडे के पीले भाग में सफेद भाग के मुकाबले 5 गुना अधिक प्रोटीन होता है, इसलिए इसका लिमिट में सेवन करना चाहिए। इसके ज्यादा सेवन से कोलेस्ट्रोल भी बढ़ सकता है।

7. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने भी अपनी एक रिसर्च में कहा है कि ह्रदय रोग से पीड़ित व्यक्यितों और डायबिटीज से ग्रस्त लोगों को अंडे के पीले भाग का सीमित सेवन करना चाहिए क्योंकि इसके ज्यादा सेवन से कोलेस्ट्रोल बढ़ सकता है और दिल की बीमारी बढ़ सकती है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।

Exit mobile version