इन आटे की रोटियों खाने से सर्दियों में आपकी हड्डियां होंगी मजबूत, ये बीमारियां भी रहेंगी कोसो दूर

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सर्दियों के मौसम में अक्सर हमारा शरीर कई बीमारियों से घिर जाता है। खासकर इस मौसम में लोगों को हड्डियों से जुड़ी समस्याएं ज़्यादा होती हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि हम अपने शरीर की विशेष देखभाल करें। हमारा शरीर तभी मजबूत होगा जब हमारे शरीर की हड्डियां मजबूत होंगी। इस सीज़न में आप अपने खाने में हल्के फुल्के बदलाव कर, एक सेहतमंद शरीर पा सकते हैं। ऐसे में सबसे पहला बदलाव आप अपनी रोटियों के साथ करें, आप गेंहू की रोटी की बजाय बाजरे, रागी, ज्वर और मक्के की रोटियां खाना शुरू करें।

रागी का आटा
रागी की रोटियां हर लिहाज़ से बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं। इस आटे में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। रागी के रोटी से हड्डियां मजबूत बनती हैं और ये जोड़ों के दर्द में भी बेहद राहत देती है। इसके साथ ही एनीमिया के मरीज, डायबिटीज रोगी और मोटापे से ग्रसित लोगों को रागी की रोटियां खाने की सलाह दी जाती है। ये रोटियां सेहत से भरपूर होती हैं। रागी के आटे की रोटियां जब ठंडी हो जाती हैं तब कड़क हो जाती हैं। ऐसे में आप इसे दूसरे आटे के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

ज्वार का आटा
ज्वार का आटा ग्लूटेन फ्री होता है और इसका सेवन करने से पाचन आसानी से हो जाता है। इस आटे का सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती हैं और यह जोड़ो के दर्द से होने वाले सूजन को भी कम करने में बेहद कारगर है। साथ ही इसके सेवन से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है। ज्वार के आटे का लगातार सेवन करने से मोटापा और गैस जैसी शिकायतें भी नहीं होती हैं।

मक्के का आटा
मक्के के आटे की खपत खासतौर से सर्दियों के मौसम में ही होती है। इस मौसम में ज्यादातर लोग मक्के की रोटी और सरसों के साग का लुत्फ़ उठाते हैं। लेकिन मक्के की रोटी के सेवन से जोड़ों का दर्द धीरे -धीरे कम होने लगता है और हड्डियां भी मजबूत होती हैं। मक्के में विटामिन ए, सी, के, बीटा-कैरोटीन और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

बाजरे का आटा
बाजरे के आटे में फाइबर और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। बाजरे का आटा पाचन दुरुस्त रखने के साथ ही कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे हड्डियां कमजोर होने लगती है। ऐसे में अगर बाजरे और रागी के आटे से बनी रोटियां खाना शुरू करेंगे तो ज्वाइंट पेन छूमंतर हो जाएगा। बाजरा खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)

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