दिल्ली. बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक की गई है. कैबिनेट की इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कैबिनेट ने किसानों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि DAP खाद पर बाजार कीमत में बढ़ोत्तरी का बोझ अब सरकार उठाएगी.
मंत्री मंडाविया ने बताया कि DAP खाद में वैश्विक कीमत बढ़ने पर स्वाभाविक तौर पर बाजार कीमत बढ़ी है. सरकार ने फैसला लिया है कि बढ़ी हुई कीमत का बोझ किसानों पर नहीं आना चाहिए. किसानों को अब पुरानी बाजार कीमत पर ही DAP मिलेगा और सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी बाजार कीमत के मुताबिक बढ़ जाएगी.
केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने बताया कि यूरिया की कीमत केंद्र सरकार तय करती है, जो फिक्स रहती है और सब्सिडी कम ज्यादा होती रहती है. वहीं, अन्य खाद पर बाजार कीमत कम-ज्यादा होती रहती है और सब्सिडी फिक्स रहती है. अब सरकार ने तय किया है कि किसानों को एक ही दाम में DAP भी मिले और सरकार सब्सिडी की रकम बढ़ाए.
मंत्री मंडाविया ने बताया कि DAP की कीमत 2400 रुपए हो गई है, तो सरकार 1200 रुपए सब्सिडी देगी. इससे सरकार को 14,775 करोड़ रुपए का घाटा होगा. उन्होंने कहा कि पहली बार सब्सिडी में इतनी बढ़ोत्तरी की गई है.
वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में एक दूरदृष्टि का फैसला हुआ है, जो भारत को नए युग में ले जाने वाला है. उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के ‘डीप ओसियन मिशन’ के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी.
उन्होंने कहा, ‘पृथ्वी का 70 फीसद समुद्र है. समुद्र में अपनी एक दुनिया है. भारत ने आज तय किया कि आने वाले 5 सालों में डीप ऑसियन मिशन पर काम करेगा, जिससे समुद्र की शक्तियों का प्रयोग किया जा सके. यह ब्लू इकोनॉमी को सपोर्ट करेगा.’