छत्तीसगढ़ में सर्द-हवाओं ने कंपाया, पेंड्रा में 9°C पहुंचा पारा. छत्तीसगढ़ में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ में सर्द-हवाओं ने कंपाया, पेंड्रा में 9°C पहुंचा पारा. छत्तीसगढ़ में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। पेंड्रा और अमरकंटक क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस सीजन पहली बार पेंड्रा का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। पेंड्रा और अमरकंटक क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस सीजन पहली बार पेंड्रा का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरकर 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। सर्द हवाओं और बढ़ते कोहरे के कारण इलाके में विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। गांवों और कस्बों में लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2 दिनों में प्रदेशभर में न्यूनतम तापमान 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।

 

पिछले 24 घंटों में भी प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान 30.6°C दुर्ग और जगदलपुर में, जबकि सबसे कम तापमान 10.9°C अंबिकापुर में दर्ज किया गया। वहीं कल यानी 10 नवंबर के लिए उत्तर छत्तीसगढ़ (सरगुजा संभाग) के एक-दो स्थानों पर शीत लहर चलने की चेतावनी जारी की गई है। बार-बार हाेने वाले मलेरिया का संकट ज्यादा

 

मौसम विभाग की हेल्थ एडवाइजरी के अनुसार 7 नवंबर से 11 नवंबर 2025 के बीच भारत में मलेरिया फैलने की संभावित स्थिति को दिखाता है। इसे मौसम के आधार पर तैयार किया गया है, क्योंकि मलेरिया के मच्छर तापमान के हिसाब से फैलते हैं।

 

मलेरिया फैलने का आधार

 

तापमान 33-39°C (दिन में)

तापमान 14-19°C (रात में)

ऐसा तापमान मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के लिए अनुकूल होता है। छत्तीसगढ़ में तापमान अभी इसी तरह का हो रखा है। यानी छत्तीसगढ़ में मलेरिया फैलने की अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। अगले आठ दिनों में मलेरिया संक्रमण का खतरा बढ़ा हुआ माना जा रहा है, खासकर ग्रामीण/जंगल क्षेत्रों में।

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