गुरुवार (7 अगस्त) को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम गुल्लू से ओरकेला मार्ग होते हुए करीब 30-35 गौवंशों को जंगल के रास्ते झारखंड ले जाया जा रहा है। सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घेराबंदी देख तस्कर जंगल में भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर पकड़ लिया।
6 अन्य आरोपी भी शामिल
गिरफ्तार आरोपी जेरोम एक्का (58) है जो ग्राम कोटया, जोकबहला का रहने वाला है। पूछताछ में उसने गौवंशों के कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। पुलिस ने सभी 35 गौवंश बरामद कर पशु चिकित्सक से स्वास्थ्य परीक्षण कराया।
जेरोम एक्का ने बताया कि इस तस्करी में 6 अन्य व्यक्ति भी शामिल हैं। वे आसपास के गांवों से गौवंश खरीदकर उसे ओरकेला तक पहुंचाने के लिए देते थे। बदले में उसे निश्चित राशि मिलती थी। आगे का रास्ता दूसरे तस्कर तय करते थे और झारखंड तक गौवंश ले जाते थे।
न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने अन्य छह तस्करों की पहचान कर ली है। चौकी सोनक्यारी में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
जशपुर पुलिस ‘ऑपरेशन शंखनाद’ के तहत अब तक 1200 से अधिक गौवंशों को मुक्त करा चुकी है। साथ ही 131 तस्करों को जेल भेज चुकी है।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा, गौ तस्करी के खिलाफ हमारी मुहिम लगातार जारी है। चौकी सोनक्यारी की कार्रवाई में 35 गौवंश सुरक्षित छुड़ाए गए हैं। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द होगी।