ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस ने 181 गुमशुदा बच्चों को खोजकर उनके परिवारों से मिलाया। इनमें 31 बालक और 150 बालिकाएं शामिल हैं। पुलिस ने हर गुमशुदा बच्चे के घर जाकर परिजनों से जानकारी जुटाई। हर मामले की अलग से समीक्षा की गई।
संभावित स्थानों की सूची बनाकर विशेष टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीमें सिर्फ छत्तीसगढ़ तक ही सीमित नहीं रहीं। वे महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, राजस्थान, झारखंड, मध्यप्रदेश, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश तक पहुंचीं। इन राज्यों से 28 बच्चों को सकुशल बरामद किया गया।
दुर्ग पुलिस ने सबसे अधिक बच्चों को किया बरामद
राज्यव्यापी इस अभियान में दुर्ग पुलिस ने सबसे अधिक बच्चों को बरामद करके प्रथम स्थान प्राप्त किया। एसएसपी अग्रवाल ने कहा कि गुमशुदा बच्चों को सुरक्षित घर पहुंचाना पुलिस का मानवीय कर्तव्य है और यह सफलता हमारी टीम के निरंतर प्रयास का परिणाम है।
इन थाना प्रभारियों को मिला समान
सम्मानित होने वालों में विजय यादव (थाना सुपेला), राजेश मिश्रा (थाना जामुल), आनंद शुक्ला (थाना खुर्सीपार), अंबर भारद्वाज (थाना पुरानी भिलाई), राजेश साहू (थाना मिलाई भट्ठी), राम नारायण ध्रुव (थाना अमलेश्वर), पारस सिंह ठाकुर (थाना नंदनी नगर) और अमित अंदानी (थाना वैशाली नगर) शामिल हैं।