वहीं मसीह समाज के लोगों ने बताया कि ये चर्च नहीं है, जिसे प्रशासन की टीम ने तोड़ा है, वह घर है। बच्चों की भविष्य को लेकर मकान बनाया था। इसी तरह से कई लोगों के घर हैं, जो सरकारी जमीन पर बने हैं, लेकिन हमारे घर को ही टारगेट किया। विरोध कर तोड़ा गया।
इसके पहले रविवार को बिलासपुर के पचपेड़ी क्षेत्र के जोंधरा गांव में रविवार को बीमारी ठीक करने और प्रलोभन देकर धर्म बदलने के आरोप पर हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल किया। हंगामे के बीच पुलिस ने पास्टर समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अब जानिए क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 13 जुलाई 2025 की रात को हिंदूवादी संगठन के नेता और कार्यकर्ताओं ने भरनी के आवास पारा में अवैध चर्च को लेकर बवाल किया था। आरोप था कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर चर्च बनाया गया है। नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में धर्मांतरण का खेल चल रहा है।
हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता राम सिंह ठाकुर ने आरोप पुलिस से शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस भरनी से तीन युवकों को पकड़कर पूछताछ के लिए थाने ले गई थी। इसके साथ ही अवैध चर्च के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। इसके बाद प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंची