इस मामले में टीआई नीलेश पांडेय ने बताया कि, ग्राम पंधी निवासी भागवत प्रसाद सूर्यवंशी ने 10 जुलाई को थाने रिपोर्ट की थी। उसने पुलिस को बताया कि रुपए की जरूरत पड़ने पर उसने ग्राम परसाही निवासी महेश कुमार डहरिया (42) से संपर्क कर 18 हजार रुपए 5 प्रतिशत ब्याज पर उधार लिया।
इसके बदले में अपनी बाइक क्रमांक सीजी 10 एवाई 8098 गिरवी रख दिया। एक महीने का समय पूरा होने से पहले महेश भागवत उसके घर पहुंच गया। उसने ब्याज की रकम और गाड़ी के मूल दस्तावेज मांगे। नहीं देने पर गाड़ी डूबने की बात कहते हुए मारपीट की।
पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच
टीआई ने बताया कि, महेश की हरकतों से परेशान पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। साथ ही आरोपी की तलाश की। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी महेश ने इस तरह से कई लोगों को ब्याज पर रुपए उधार देकर उनकी बाइक को गिरवी रख लिया है। पुलिस ने उसके घर में दबिश दी, तब एक साथ 19 बाइक और उससे संबंधित दस्तावेज मिले।
बिना लाइसेंस के ब्याज चलाता था आरोपी
पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला कि आरोपी महेश ब्याज देने का धंधा करता है। लेकिन, उसके पास ब्याज चलाने और कर्ज देने के लिए कोई वैध दस्तावेज और लाइसेंस नहीं है। इस पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है।
ब्याज नहीं देने पर कर्जदारों से करता था मारपीट
उधार दिए हुए लोगों से ब्याज व पेपर नहीं देने पर आरोपी महेश मारपीट करता था। भागवत भी आरोपी के इसी चक्रव्यूह में फंस गया था। उसने ब्याज की रकम और पेपर देने में देर की तो आरोपी ने उसके साथ भी मारपीट की, जब उसे पता चला कि ऐसे और भी बहुत से पीड़ित आरोपी के चंगुल में फंसे हुए हैं तो उसने रिपोर्ट दर्ज कराई।