जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले ग्राम पिंडरा निवासी सनम अगरिया की तीन माह की बेटी संजना अगरिया को मंगलवार को जिला अस्पताल में दाखिल किया गया था। निमोनिया के लक्षण होने मिलने पर शिशु रोग विशेषज्ञ ने बच्ची को तत्काल ऑक्सीजन लगाने के निर्देश दिए। बच्ची को अंबिकापुर के लिए रेफर किया गया तो एक दूसरे मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस में हॉस्पिटल से बच्ची को आक्सीजन हटाकर भेज दिया गया।
दो कर्मियों पर कार्रवाई, जेडी ने किया सचेत
संजना अगरिया की मौत के बाद रात को परिजनों ने हंगामा कर दिया था। परिजनों के अनुसार संजना की तबीयत दो दिनों से खराब थी। उसे बिना आक्सीजन लगाए अंबिकापुर रेफर कर दिया गया था, जिससे उसकी मौत हुई। बलरामपुर सीएमएचओ डा. बसंत सिंह ने मामले की जांच की और प्रतिवेदन जेडी हेल्थ सरगुजा को भेजा। जांच में ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों की लापरवाही पाई गई।
जेडी (हेल्थ) सरगुजा डा. अनिल शुक्ला ने मामले में ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों सतीस अरकसेल व नीता केशरी (स्टाफ नर्स) को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
जेडी (हेल्थ) डा.अनिल शुक्ला ने हॉस्पिटल के अधिकारी-कर्मचारियों को चेताया है कि वे ड्यूटी के दौरान संवेदनशीलता एवं निष्ठा से मरीजों का उपचार करें एवं किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।