वहीं, नारायणपुर जिले में सक्रिय रहे 17 नक्सलियों ने शुक्रवार (12 सितंबर) को पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें 6 नक्सलियों पर 2-2 लाख रूपए का इनाम घोषित था।
समर्पित नक्सलियों में जनताना सरकार सदस्य, पंचायत मिलिशिया डिप्टी कमांडर सहित अन्य शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक रॉबिन्सन गुरिया के सामने नक्सलियों ने समर्पण किया।
‘नक्सली ही आदिवासियों के सबसे बड़े दुश्मन’
समर्पित नक्सलियों ने बताया कि शीर्ष कैडर के नक्सली ही आदिवासियों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वे आदिवासियों के सामने जल, जंगल और जमीन की रक्षा, समानता का अधिकार और न्याय दिलाने, जैसे दर्जनों झूठे सपने दिखाकर बस्तर के लोगों गुलाम बना रहे हैं। समर्पित नक्सलियों को 50-50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
समर्पित नक्सलियों में जनताना सरकार सदस्य लच्छू पोड़ियाम उर्फ मानू (44), वंजा मोहंदा (40), जुरू पल्लो (36), मासू मोहंदा (43), पंचायत मिलिशिया सदस्य केसा (38) , चिन्ना मंजी (34) आदि शामिल हैं।