इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में समय पर प्राथमिक उपचार के महत्व को बढ़ाना है। प्रशिक्षण का मुख्य लक्ष्य दुर्घटना के बाद ‘गोल्डन ऑवर’ में घायलों को सही प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराना है, ताकि उनकी जान बचाई जा सके।
अक्सर घटनास्थल पर उचित उपचार न मिलने या अस्पताल पहुंचने में देरी से घायलों की मृत्यु हो जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों और मास्टर ट्रेनरों की टीम मितानों को प्रशिक्षित कर रही है।
रजत जयंती महोत्सव पर चल रहा अभियान
कलेक्टर रोहित व्यास और सीनियर SP शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में जिले में रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर सड़क सुरक्षा और यातायात जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। कुनकुरी में यह प्रशिक्षण इसी अभियान का एक हिस्सा है।
प्रशिक्षण के दौरान डीएसपी मंजुलता बाज ने प्रतिभागियों से यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने और नशे में वाहन न चलाने की अपील की। उन्होंने मितानों को अपने गांव-शहरों में अन्य लोगों को भी प्रशिक्षित करने के लिए प्रेरित किया।
वहीं विशेषज्ञ डॉक्टर छतेश कुमार साय और उनकी टीम ने प्रशिक्षणार्थियों को आपातकालीन चिकित्सा और सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) जैसी जीवन रक्षक तकनीकों का प्रायोगिक अभ्यास कराया।
पुलिस और प्रशासन का यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। इसी क्रम में, आगामी 06 से 08 अक्टूबर 2025 तक पत्थलगांव में भी सड़क सुरक्षा मितानों के लिए एक और प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।