भाजपा के सदस्यता अभियान, संगठनात्मक चुनाव, नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों की व्यस्तता के कारण सितंबर 2024 में इसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। अब चुनावी गतिविधियां समाप्त होने के बाद पार्टी ने इसे फिर से शुरू करने का फैसला लिया है।
भाजपा का कहना है कि, ‘सहयोग केंद्र’ जनता और पार्टी के बीच सीधे संवाद का माध्यम बनेगा। आम लोग अपनी समस्याएं सीधे मंत्रियों के सामने रख सकेंगे, जबकि कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र की दिक्कतें उठाने और उनका समाधान कराने का अवसर मिलेगा।
कांग्रेस ने बताया राजनीतिक नौटंकी
भाजपा कार्यालय में मंत्रियों की मौजूदगी को कांग्रेस ने राजनीतिक नौटंकी बताया है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, जब ननकी राम कांवर जैसे वरिष्ठ नेताओं की बात नहीं सुनी जा रही है, तो किसकी बात सुनी जाएगी। पहले भी भाजपा ने ये नौटंकी शुरू की थी, इस बार भी कुछ ही दिन में इसे बंद कर दिया जाएगा।