किशन ने जब उससे संपर्क किया तो कैलाश ने कहा कि, वह डाक विभाग (Post Office) में MTS (मल्टी टास्किंग स्टाफ) के पद पर नौकरी लगवा सकता है। इसके लिए उसने 2 लाख रुपए की मांग की। एक लाख रुपए दिए, पर नौकरी नहीं मिली
कैलाश यादव ने किशन को भरोसा दिलाया कि वह कई लोगों को नौकरी लगवा चुका है। उसकी नौकरी भी पक्की है। उसकी बातों पर भरोसा करते हुए किशन ने 25 जुलाई को 1 लाख रुपए कैश दे दिए। आरोपी ने वादा किया कि 7 दिनों के भीतर ज्वाइनिंग लेटर मिल जाएगा। लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी न तो कोई लेटर आया, न नौकरी की खबर मिली।
रुपए मांगने पर टालमटोल
किशन ने जब अपने पैसे वापस मांगने की बात कही, तो आरोपी कैलाश यादव ने लगातार टालमटोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद किशन को समझ आ गया कि उसके साथ ठगी हुई है। जिसके बाद उसने शनिवार को कोतवाली थाना रायगढ़ में शिकायत दर्ज कराई।पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की जांच शुरू
कोतवाली पुलिस का कहना है कि आरोपी ने बेरोजगार युवकों को नौकरी का झांसा देकर रुपए ठगे हैं। अब पुलिस आरोपी की गतिविधियों और उसके कथित “रोजगार ऑफिस” की भी जांच कर रही है।