वहीं कंपनी का कहना है कि युवक नशे में था। उसने ऑफिस में मारपीट की है। कुसमुंडा थाने में युवक के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। बता दें कि 1 महीने के अंदर कुसमुंडा क्षेत्र में यह दूसरी घटना है।
इससे पहले महिला बाउंसरों ने भू-विस्थापितों से बदसलूकी की थी। इसका भी वीडियो सामने आया था। महिला किसानों से हटने कह रही थी। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने महिला बाउंसरों की भर्ती पर रोक लगाने और कार्रवाई की मांग की है। युवक बोला- अपनी बात रखने ऑफिस गया था
पीड़ित युवक समीर पटेल ने बताया कि वह जटराज का निवासी है। पिछले 3 साल से नीलकंठ कंपनी में पीसी मशीन हेल्पर के तौर पर काम कर रहा है। उसका आरोप है कि कंपनी ने उसे प्रमोशन देने का वादा किया था, लेकिन लगातार टालमटोल कर रही थी।
इसी बात को रखने के लिए वह कार्यालय गया था, जहां महिला बाउंसरों ने उसके साथ मारपीट की। वहीं, कंपनी का दावा है कि युवक नशे में था और उसने ही मारपीट की। इस वायरल वीडियो के बाद युवक पर FIR दर्ज की गई है।
पहले भी महिला बाउंसरों ने की थी गुंडागर्दी
वहीं, इस घटना के 25 दिन पहले भी गुंडागर्दी का मामला सामने आया था। नीलकंठ कंपनी की महिला बाउंसरों ने भू विस्थापितों से अभद्रता की थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस घटना के बाद कुसमुंडा महतारी अंगना में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें नीलकंठ कंपनी द्वारा बाहरी व्यक्तियों की भर्ती और स्थानीय लोगों की उपेक्षा का विरोध किया गया। महिला बाउंसरों पर कार्रवाई की मांग
बैठक में किसानों को रोकने महिला बाउंसरों को रखने का भी विरोध हुआ। स्थानीय लोगों ने जल्द ही बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कई लोगों ने नीलकंठ कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
महिला बाउंसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की जा रही है। इंस्टाग्राम पर डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों ने इस मामले पर टिप्पणी की है, जिसमें ‘लेडी बाउंसर आर्मी’ लिखी टी-शर्ट पहनने और उनकी योग्यता पर सवाल उठाए गए हैं।
महिला बाउंसरों की भर्ती पर रोक लगाने लिखा पत्र
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे महिला बाउंसरों की दादागिरी बताया है। कुछ लोगों का कहना है कि महिलाओं ने आर्मी की टी-शर्ट पहनी है, जिसमें देश का तिरंगा बना हुआ है। ये सेना का अपमान है। इस घटना के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने महिला बाउंसरों की भर्ती पर रोक लगाने की मांग करते हुए कंपनी को पत्र लिखा है।