
उदंती एरिया कमांडर सुनील सहित 07 नक्सलियो ने जंगल से निकल कर किया आत्मसमर्पण सभी पर लाखो का इनाम
पूरन मेश्राम/गरियाबंद – गरियाबंद धमतरी और ओडिशा के नुवापाड़ा डिविजन तक फैले उदंती एरिया कमेटी से एक बड़ी खबर सामने आई है। जंगल की खामोशी तोड़ते हुए इस कमेटी के सारे 07 सक्रिय नक्सली आत्मसमर्पण कर दिये है आत्मसमर्पण करने वालो में उदंती एरिया कमांडर सुनील भी शामिल है। बताया जा रहा है ये नक्सली शासन की पुनर्वास नीति और नक्सल उन्मूलन अभियान से प्रभावित होकर सभी मुख्यधारा में लौटे है।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियो में उदंती एरिया कमांडर सुनील उर्फ जगतार सिंह पर 08 लाख इनाम एवं एरिया कमेटी सचिव अरिना टेकाम उर्फ सुगरो पर 08 का इनाम, डिप्टी कमांडर विद्या उर्फ जमली पर 05 लाख का इनाम, लुदरो उर्फ अनिल पर 05 लाख का इनाम, नंदनी पर 05 का इनाम, कांती पर 05 लाख इनाम एवं मल्लेश पर 01 लाख का इनाम घोषित था कुल 37 लाख इनामी माओवादियो द्वारा 7/11/2025 दिन शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया गया सात माओवादियो द्वारा 06 हथियारो के साथ आत्मसमर्पण किया गया है।
गरियाबंद जिले में सक्रिय सभी माओवादियो एरिया कमेटियो को संपूर्ण रूप से समर्पण कराने हेतु शासन के आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के माध्यम से निरंतर अपील किया जा रहा था लगातार गरियाबंद पुलिस की ई-30 टीम कोबरा एवं सीआरपीएफ के द्वारा नक्सल विरोधी अभियान के तहत निरंतर चल रहे प्रयास से प्रभावित होकर प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी के उदंती एरिया कमेटी के समस्त सक्रिय 07 हार्डकोर नक्सली कुल 27 लाख इनामी माओवादियो द्वारा हिंसा एवं विनाश के मार्ग को त्यागकर आत्मसमर्पण किया जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले ये नक्सली इन घटनाओ में रहे शामिल – मई 2018 को ग्राम आमामोरा में जनदर्शन शिविर का आयोजन होने के पूर्व पुलिस पार्टी पर आईईडी ब्लास्ट किये जिससे 02 पुलिस कर्मी शहीद होने की घटना, अगस्त-2021 को ग्राम देवझरअमली में भैंसागार्डन को तोडफोड कर आईईडी ब्लास्ट करने। दिसम्बर 2021 में ग्राम पीपलखूंटा के एनीकेट निर्माण कार्य में लगे गाडियों को आग लगाने। दिनांक 02 जनवरी-2022 को देवडोंगर के पहाडी में सीसी-देवजी के उपस्थिति में गरियाबंद पुलिस पार्टी पर फायरिंग किये जिसमें एक पुलिस कर्मी को गोली लगने। सितम्बर-2022 को तेन्दूछापर के जंगल में मुठभेड, जनवरी-2023 को राजाडेरा के पास पूल निर्माण में लगे वाहन को आगजनी करने।
दिनांक 02.05.2023 को ग्राम करलाझर के पास पहाडी में पुलिस के साथ मुठभेड जिसमें इनके साथी नंदलाल के मरने। दिनांक 31.07.2023 को सीसी-गणेश, चलपति के उपस्थिति में ग्राम बेसराझर के पहाडी में मुठभेड। दिनांक 07.08.2023 को पीपलखूंटा के उपर पहाडी में सीसी गेणश, चलपति की उपस्थिति में मुठभेड। दिनांक 08.02.2024 घुमरापदर के पहाड में सीसी-मनोज, गणेश उपस्थिति में मुठभेड। दिनांक 09.05.2024 को ग्राम गरीबा के पास मुठभेड में इनके साथी जग्गू उर्फ आकाश के मरने एवं दिनांक 03.01.2025 को ग्राम काण्डसर मुठभेड में इनके साथी रोशन तथा दिनांक 03.05.2025 को ग्राम मोतीपानी के मुठभेड में डीव्हीसी योगेश के मारे जाने जैसी घटनाओं में शामिल रहा।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली सुनील एवं उनके साथियो ने बताया – शासन की आत्मसमर्पण-पुनर्वास नीति के समक्ष समर्पण करने पर पद अनुरूप ईनाम राशि की सुविधा, हथियार के साथ समर्पण करने पर ईनाम राशि की सुविधा, बीमार होने पर स्वास्थ्य सुविधा, आवास की सुविधा, रोजगार की सुविधा को देखते हुये हमारे कई माओवादी साथी (टिकेश, प्रमीला, लक्ष्मी, मैना, कांति, राजीव, ललिता, दिलीप, दीपक, मंजुला, सुनीता, कैलाश, रनिता, सुजीता, राजेन्द्र, दीपक, जानसी) आत्मसमर्पण कर शासन के इन्ही योजनाओं का लाभ उठा रहे है, जिसके बारे में हम लोगो को समाचार पत्रो व स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिलता था। गरियाबंद पुलिस द्वारा जंगल-गांवों में प्रचारित समर्पण नीति के पोस्टर-पाम्पलेट मिलते थे, जिससे हम लोगों के मन मे विचार आया कि हम लोग क्यों जंगल में पशुओं की तरह दर-दर भटक रहे है। माओवादियों की खोखली हो चुकी विचारधारा, जंगल की परेशानियां, शासन की पुनर्वास नीति तथा आत्मसमर्पित साथियों के खुशहाल जीवन से प्रभावित होकर हम लोग भी अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन बिताने के लिए आत्मसर्मपण के मार्ग को अपनाये है।
गरियाबंद पुलिस ने फिर किया अपील – गरियाबंद में सक्रिय समस्त माओवादियों से गरियाबंद पुलिस अपील करता है कि आप आत्मसमर्पण हेतु गरियाबंद के किसी भी थाना चैकी कैम्प में आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में वापस आ सकते है। आत्मसमर्पण के लिए इस नंबर पर सम्पर्क कर सकते हैः- नक्सल सेल गरियाबंद-94792-27805