पुलिस की जांच में सामने आया है कि दोनों महिलाएं अलग-अलग गाड़ी से अस्पताल पहुंचे थे। ये अस्पताल परिसर में 3 मिनट तक रुके और वहां से फिर रवाना हो गए। ये केवल डस्टबिन के ईद–गिर्द मंडरा रहे थे। सुबह परिसर में प्रवेश करने के दौरान इन लोगों ने किसी से मुलाकात भी नहीं की। चार कर्मचारियों से भी पूछताछ
घटना के बाद सूचना पर पहुंची मौदहापारा पुलिस ने अस्पताल परिसर के चार कर्मचारियों से भी पूछताछ की है। वहीं घटना होने के बाद अस्पताल की सिक्योरिटी पर भी सवाल खड़े हो रहे है।
अस्पताल परिसर में सुरक्षा की दृष्टि से प्रबंधन ने बंदूकधारी सिक्योरिटी और डंडाधारी कर्मचारियों को तैनात किया है। बताया जा रहा है इनकी मौजूदगी में भ्रूण परिसर में फेंककर आरोपी फरार हो गए और उन्हें रोका भी नहीं गया।