
पुलिस ने 3 नवंबर 2025 को शिक्षक नगर दुर्ग निवासी शाहिल कुमार यादव और केलाबाड़ी दुर्ग निवासी फैजान अहमद मानस भवन के पीछे प्रतिबंधित नशीली दवाएं बेचने के मामले में गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद उड़ीसा में दवाएं बेचने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में हुआ था खुलासा
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने यह नशीली दवाएं उड़ीसा से खरीदी थीं। दवाएं उन्हें कांटाभांजी, जिला बलांगीर (ओडिशा ) निवासी अमजद खान नामक व्यक्ति ने बेची थीं।
जानकारी मिलते ही थाना पद्मनाभपुर पुलिस ने उच्च अधिकारियों के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की और आरोपी अमजद खान की तलाश में ओडिशा रवाना हुई।
दुर्ग में नशीली दवाएं खपाता था आरोपी
कई दिनों की खोजबीन के बाद टीम ने कांटाभांजी के धोवीपारा क्षेत्र में घेराबंदी कर अमजद खान (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह ओडिशा से प्रतिबंधित ट्रामाडोल कैप्सूल लेकर दुर्ग सहित आस-पास के इलाकों में खपाता था।
पुलिस ने उसके कब्जे से भी कुछ दस्तावेज और मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनसे नशे के इस नेटवर्क के और भी लोगों के जुड़ाव की जांच की जा रही है। आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर उसे 7 नवंबर 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
दुर्ग से पकड़ाए थे आरोपी, फिर खुला पूरा मामला
3 नवंबर को पुलिस ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर दोनों युवकों को पकड़ लिया। पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो उनके पास से ट्रामाडोल नामक प्रतिबंधित दवा के 39 स्ट्रीप, कुल 372 कैप्सूल बरामद हुए।
दोनों आरोपियों से जब्त दवाओं का बाजार मूल्य हजारों रुपए बताया जा रहा है। इस पर दोनों के खिलाफ थाना पद्मनाभपुर में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
कैसे लाते थे नशीली दवाएं, इसका पता लगा रही पुलिस
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी किन माध्यमों से दवाएं लाकर यहां बेचता था और उसके संपर्क में कौन-कौन लोग शामिल हैं। दुर्ग पुलिस ने बताया कि अभियान के तहत जिले में लगातार कार्रवाई की जा रही है। अवैध शराब विक्रेताओं और नशीले पदार्थों के तस्करों पर सख्त नजर रखी जा रही है।