
TI रामेन्द्र सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान छावनी के रहने वाले नवल पटेल (25 वर्ष) के रूप में हुई है। नवल पिछले एक साल से स्वास्तिक इंजीनियरिंग वर्क्स में मजदूर के रूप में काम कर रहा था।
12 नवंबर की सुबह वह रोज की तरह काम कर रहा था। इसी दौरान क्रेन का हुक ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार की चपेट में आ गया। करंट लगते ही नवल गंभीर रूप से झुलस गया और वहीं गिर पड़ा।
साथी मजदूरों और कंपनी के लोगों ने उसे तत्काल भिलाई के एक निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुआवजा मिलने के बाद परिजनों ने शव लिया
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन जिम्मेदारों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। परिजनों की मांग थी कि मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
काफी समझाइश के बाद कंपनी प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इसके बाद परिजनों ने शव लेने पर सहमति जताई।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। शव को सुपेला स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल की मरच्युरी में रखा गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। जामुल पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि फैक्ट्री क्षेत्र में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। अगर समय रहते बिजली लाइन से दूरी और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग किया गया होता तो यह हादसा टल सकता था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है कि दुर्घटना लापरवाही के कारण हुई या किसी तकनीकी खामी से।