
जिसके बाद जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों की गोलियों का जवाब दिया। सुबह से दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग हुई, जिसमें तीनों नक्सली ढेर हुए। आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि 2025 में बस्तर रेंज में अब तक 233 माओवादी मारे जा चुके हैं। मुठभेड़ के बाद इलाके में DRG, बस्तर फाइटर्स और CRPF की संयुक्त टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही है। मारे गए नक्सलियों की पहचान-
माड़वी देवा- जनमिलिशिया कमांडर, स्नाइपर स्पेशलिस्ट, कोंटा एरिया कमेटी सदस्य
पोड़ियम गंगी- CNM कमांडर, कोंटा एरिया कमेटी
सोड़ी गंगी- एरिया कमेटी सदस्य, किस्टाराम
बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि माओवाद अब बस्तर में अपने अंतिम चरण में है। संगठन की पकड़ टूट चुकी है और कैडरों के सामने हिंसा छोड़कर पुनर्वास नीति अपनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। साल 2025 में बस्तर रेंज में अब तक 233 माओवादी मारे जा चुके हैं, जो माओवाद की निर्णायक हार को दर्शाता है। 4 दिन पहले मारे गए 6 नक्सली
बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में 11 नवंबर को हुए मुठभेड़ में 3 महिला समेत 6 नक्सली मारे गए थे। जिसमें मद्देड़ एरिया कमेटी का इंचार्ज बुच्चन्ना और दूसरे शीर्ष नक्सल लीडर पापाराव की पत्नी उर्मिला भी शामिल है। लेकिन पापाराव इस बार भी जान बचाकर भागने में कामयाब रहा।
27 लाख के इनामी थे
ऑपरेशन की सफलता के बाद नक्सलियों के शवों को जिला मुख्यालय लाया गया। DRG के जवान नक्सलियों के शव ढोकर लाते दिखाई दिए। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव ने बताया कि सभी पर कुल 27 लाख का इनाम था।