दरअसल, चलगली थाने के मानपुर में 12 जनवरी 2022 की रात हथियारबंद डकैतों ने कमलेश गुप्ता के घर रात करीब 10 बजे धावा बोला। खुद को नक्सली संगठन का सदस्य बताते हुए आरोपियों ने घर में रखा नगदी और सोने-चांदी के जेवर लूट लिया। कुल डकैती करीब 6 लाख रुपए से अधिक की थी। पुलिस ने मामले में 395,120 बी और 25, 27 आर्म्स एक्ट का अपराध दर्ज किया था।
साढ़े तीन साल बाद पकड़ा गया मास्टर माइंड
बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि, मामले की जांच में जुटी पुलिस ने डकैती में शामिल 7 आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया था। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया था। घटना का मास्टर माइंड आगर साय उर्फ सुनील (28) निवासी पलगी जिला बलरामपुर डकैती के बाद फरार हो गया था। आगर साय एर्फ सुनील पूर्व में नक्सली संगठन में भी सक्रिय रहा है। उसके खिलाफ पूर्व में भी कई मामले में शामिल था।
बलरामपुर पुलिस ने फरार आरोपी आगर साय पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने आरोपी आगर साय को बिहार के रोहतास जिले के डेहरी ऑनसोन से धर दबोचा। वहां वो खुद को पलामू जिले का निवासी बताकर एक दुकान में काम कर रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एक भरमार बंदूक भी जब्त की है।
प्रेमिका का कॉल ट्रेस कर आरोपी तक पहुंची पुलिस
बलरामपुर पुलिस लंबे समय से आरोपी आगर साय की तलाश में लगी थी, लेकिन उसका सुराग नहीं मिल रहा था। जांच में जुटी पुलिस को उसकी प्रेमिका के संबंध में जानकारी मिली। पुलिस ने आगर साय की प्रेमिका के नंबर को सर्विलांस में डाला और कॉल डिटेल निकाली। प्रेमिका के पास अलग-अलग नंबरों से आ रहे कॉल को ट्रेस किया गया और पुलिस आरोपी तक पहुंच गई।
पहले भी दर्ज हैं कई मामले
आरोपी अगर साय के खिलाफ थाना कुसमी, रामचंद्रपुर, रघुनाथनगर और सूरजपुर जिले के बिहारपुर थाने में बलवा, डकैती, आगजनी और आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं के तहत अपराध दर्ज हैं। आरोपी को बलरामपुर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।