प्रदर्शनकारियों ने पूर्व CM भूपेश बघेल और उनके परिवार पर की गई कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने ईडी पर भाजपा के अनुसांगिक संगठन की तरह काम करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ उनके पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है।
गांधी मैदान में पुतला दहन के दौरान आग की लपटें इतनी तेज थीं कि पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष निशु चंद्राकर के कपड़ों तक पहुंच गईं। उनके पैजामा, कुर्ता और जूते को नुकसान पहुंचा। हालांकि वे खुद को बचाने में सफल रहे और उनके चेहरे तक आग नहीं पहुंची।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प
इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। आग की तेज लपटों के कारण सभी लोगों को पीछे हटना पड़ा। कोतवाली थाना प्रभारी ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास किया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि विधानसभा सत्र का अंतिम दिन अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठाया जाना था। जिससे ध्यान भटकाने के लिए भूपेश बघेल के घर पर ED की रेड करवा दी।