जानकारी के मुताबिक, पहली सूची में 60 उत्कृष्ट खिलाड़ियों के नाम जारी किए जाएंगे। इसके बाद अन्य पात्र खिलाड़ियों के नाम परीक्षण के बाद जारी होंगे। इस मामले में खेल मंत्री टंकराम वर्मा ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। पहली सूची में जिन 60 खिलाड़ियों के नाम हैं, उन्हें खेल दिवस पर प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
9 साल तक चला खिलाड़ियों का संघर्ष
उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित करने की मांग को लेकर पिछले कई सालों से प्रदेशभर के पदक विजेता खिलाड़ी प्रदर्शन कर रहे थे। कई दफा इन खिलाड़ियों ने सड़क आकर आंदोलन भी किया। खिलाड़ियों ने कई बार खेल विभाग के सामने धरना प्रदर्शन किया। पैदल मार्च भी निकाला।
इसके अलावा मुख्यमंत्री, खेलमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष समेत कई नेताओं को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। अब 9 साल बाद खिलाड़ियों का संघर्ष सफल होने जा रहा है।
सरकारी विभागों में मिलेगी नौकरी, 2 फीसदी पद आरक्षित
उत्कृष्ट खिलाड़ी बनने के बाद खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी मिलने का रास्ता भी साफ हो जाएगा। प्रदेश के सभी विभागों में खाली पदों के 2 फीसदी पद उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए आरक्षित हैं। उत्कृष्ट नहीं बनने के कारण खिलाड़ियों के लिए आरक्षित पदों पर उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है।
बता दें कि साल 2015 तक 100 से ज्यादा उत्कृष्ट खिलाड़ी घोषित किए गए थे, इनमें से कई वर्तमान में नौकरी कर रहे हैं।
650 में से सिर्फ 250 आवेदन ही उत्कृष्ट खिलाड़ी के लिए पात्र
उत्कृष्ट खिलाड़ी के लिए साल 2018-19, 2019-20 में खेल विभाग को कुल 783 आवेदन मिले थे। वहीं 2018-19 में 344 और 2019-20 में 439 आवेदन मिले । दोनों वित्तीय वर्ष के आवेदनों की जांच करने के बाद लगभग 125 खिलाड़ियों ने दो बार आवेदन किए थे।
वहीं से 2 से 3 खिलाड़ियों ने तीन बार आवेदन किए थे। फिल्टर के बाद कुल 650 खिलाड़ियों के आवेदनों की स्क्रुटनी की गई। इसमें लगभग 200 खिलाड़ी पुराने नियमों के अनुसार उत्कृष्ट के लिए पात्र पाए गए। वहीं 450 खिलाड़ियों के आवेदन अपात्र कर दिए गए।