घटना 5 नवंबर 2024 की है। बटईकेला में कियोस्क बैंक संचालक संचु कुमार गुप्ता के यहां 2 युवक कट्टा लेकर घुसे। उन्होंने पैसों की मांग की। विरोध करने पर संचु के सिर पर कट्टे से वार किया। शोर सुनकर आई उनकी दादी उर्मिला बाई को गोली मार दी गई। उर्मिला बाई की मौके पर ही मौत हो गई थी।
जेल में बनी थी योजना
पुलिस ने पहले ही बटईकेला के रातु राम, पितुल राम और सीतुल राम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पूछताछ में पता चला कि यह योजना जेल में बनाई गई थी। वहां रातु राम की मुलाकात रवि उरांव से हुई थी। जेल से छूटने के बाद रवि ने रातु से संपर्क किया। पितुल और सीतुल ने लूट के लिए बाइक की व्यवस्था की थी।
एसएसपी शशि मोहन सिंह के अनुसार, रवि उरांव घटना के बाद फरार हो गया था। जशपुर एसपी शशि मोहन सिंह के निर्देशन में पुलिस की टीमें लगातार उसे पकड़ने प्रयासरत थीं। दो बार उसे ट्रेस भी किया गया, एक बार वह कोर्ट में पेशी के लिए स्कूटी से आया था लेकिन पुलिस को भनक लगते ही जंगल में कपड़े उतारकर भाग निकला।
पुलिस को चकमा देकर भागा था आरोपी
दूसरी बार पुलिस की घेराबंदी को चकमा देकर अपने गांव से फरार हो गया। अंततः तीसरे प्रयास में पुलिस ने पूरी गोपनीयता और रणनीति से रांची में घेराबंदी कर उसे हिरासत में लिया।
पुलिस के मुताबिक रवि उरांव आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ पूर्व में मनोरा क्षेत्र में बैंक लूट और झारखंड के गुमला थाना क्षेत्र में चोरी के कई मामले दर्ज हैं। वह कई बार जेल जा चुका है। इस बार उसने हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराध को अंजाम दिया था।
कई मामलों में अपराधी है आरोपी
कांसाबेल थाने में आरोपी रवि उरांव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराएं 309(5), 332(ख), 109, 103(1), 61(2), 111, 311, 312 और आर्म्स एक्ट की धारा 25, 27 के तहत अपराध दर्ज है।
पूछताछ में रवि ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।फरार आरोपी की गिरफ्तारी में साइबर सेल और थाना कांसाबेल की टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस को नगद इनाम की घोषणा
एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि जशपुर पुलिस ने अत्यंत प्रोफेशनल तरीके से मास्टरमाइंड करमा उर्फ रवि उरांव (45 साल) को झारखंड से गिरफ्तार किया है। पुलिस की इस सफलता पर आईजी दीपक झा ने समस्त टीम को नगद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है।