ठेकेदार संघ का कहना है कि ठेकेदारों ने बैंक और साहूकारों से कर्ज लेकर काम पूरा किया। कांकेर के कार्यपालन अभियंता भुगतान के लिए फंड न होने की बात कहते हैं। रायपुर स्थित प्रमुख अभियंता कार्यालय से भी ठेकेदारों को स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।
कभी सरकार से पैसा नहीं मिलने की बात कही जाती है, तो कभी हेड बंद होने की। भुगतान न मिलने से ठेकेदारों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। कर्ज के बोझ से पारिवारिक जीवन भी प्रभावित हो रहा है। ठेकेदार संघ ने लोक निर्माण विभाग मंत्री को एक सप्ताह का समय दिया है।
इस दौरान भुगतान नहीं होने पर बस्तर संभाग के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन और पुतला दहन की चेतावनी दी है।