बिलासपुर में पीडब्लूडी सब इंजीनियर एग्जाम में हाईटेक नकल का मामला सामने आने के बाद व्यापम ने नियमों में बदलाव किए हैं। रविवार को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश के पहले परीक्षार्थियों की कड़ाई से जांच की गई। लड़कों के जूते उतरा दिए गए। मेटल डिटेक्टर से जांच की गई। सरगुजा जिले के 38 केंद्रों में आरक्षक भर्ती परीक्षा हुई, जिसमें 12 हजार 625 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
कई सेंटरों में 10.30 के बाद प्रवेश बंद, विवाद अंबिकापुर के गर्ल्स स्कूल, विवेकानंद स्कूल, राजमोहनी देवी गर्ल्स कॉलेज, मणिपुर हायर सेकेंडरी स्कूल सहित कई सेंटरों में 10.30 बजे गेट बंद कर दिया गया। जांच के लिए लाइन में लगे परीक्षार्थियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया। इसके कारण सैकड़ों की संख्या में परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित हो गए। इसे लेकर परीक्षार्थियों द्वारा हंगामा भी किया गया।
दरअसल, 11 बजे से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए एंट्री 8.30 बजे से एवं कुछ सेंटरों में 8 बजे से ही शुरू कर दी गई थी। 10.30 बजे तक एंट्री दी जानी थी। इसके बाद आने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश देना या न देना केंद्राध्यक्षों के विवेक पर छोड़ा गया था। कई सेंटरों में 10.50 तक पहुंचने वाले परीक्षार्थियों को भी केंद्राध्यक्ष ने एंट्री दे दी।
जहां 10.30 बजे के बाद परीक्षार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई, उन सेंटरों के परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इनमें ऐसे परीक्षार्थी भी शामिल हैं जो लाइट कलर का कपड़ा लेने बाजार चले गए थे। परीक्षा केंद्रों में देर के कारण प्रवेश नहीं मिलने पर दूर-दराज से आए परीक्षार्थी निराश दिखे।
कई परीक्षार्थी प्रवेश पत्र एवं आधार कार्ड में नाम अलग होने, स्पेलिंग मिस्टेक एवं अन्य मामूली त्रुटि के कारण भी परीक्षा से वंचित कर दिए गए।