तमनार ब्लाॅक के झिकाबहाल में रहने वाले ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह तकरीबन 9 बजे हुंकराडीपा-धौराभांठा रास्ते में चक्काजाम शुरू किया। अपनी मांगो को लेकर ग्रामीणों ने नारे भी लगाए।
इस दौरान उद्योगों में चलने वाले वाहनों की दोनों ओर कतारे लग गई। ग्रामीणों का कहना था कि औद्योगिक क्षेत्र से गुजरने वाली भारी वाहनों की रफ्तार काफी तेज होती है और इसकी वजह से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं घटित होकर लोगों की जान जा रही है।
साथ ही भारी वाहनों की ठोकरों से सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे भी टूट जाते हैं और इसके बाद क्षेत्र में बिजली और पानी की समस्या शुरू हो जाती है।
सड़कों पर पानी के छिड़काव की मांग साथ ही उनका कहना है कि क्षेत्र में भारी वाहनें तो चल रही है, लेकिन बस सेवा ठप है। जिसे जल्द शुरू किया जाए। इसके अलावा ग्रामीणों की मांग रही कि उड़ती धूल से राहत के लिए नियमित रूप से पानी की छिड़काव करते हुए सड़क किनारे सुरक्षा गार्ड तैनात किया जाए।
ग्रामीणों को दिया गया आश्वसन ग्रामीणों के आंदोलन की जानकारी लगने पर पुलिस के अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाया, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था।
काफी देर बाद जब फैक्ट्री के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उनकी मांगो को जाना और आश्वसन दिया कि उनकी समस्या का निराकरण कर दिया जाएगा, तब कहीं जाकर ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त किया।
समाप्त हो गया चक्काजाम तमनार थाना प्रभारी कमला पुसाम ने बताया कि झिकाबहाल के ग्रामीण अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे थे। जिन्हें समझाईश और आश्वसन कंपनी के अधिकारियों ने दिया है। जिसके बाद ग्रामीणों का आंदोलन समाप्त हो गया।