शनिवार (2 अगस्त) दोपहर ग्रामीणों ने बंदूक लेकर बाइक से जंगल के अंदर घूमते कुछ संदिग्ध लोगों को देखा। इस पर ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जंगल में घूम रहे शिकारियों को पकड़ लिया। उनके पास से
तलाशी लेने के बाद हुआ खुलासा
गांव के सरपंच जीवन नुरेटी और कोटवार नारायण सिंह देवदास ने बताया कि पकड़े गए युवकों की तलाशी लेने पर उनके पास से शिकार किए गए कई जंगली पक्षियों के शव मिले। उनके झोले से पड़की प्रजाति की खूब सारी मरी पक्षियां थी।
वन विभाग ने शवों को जब्त कर लिया है। पकड़े गए युवक पड़ोसी गांव मथेना के धनवापारा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि शिकार में कुल कितने लोग शामिल थे।
बंदर भगाने के लिए बनी बंदूक से कर रहे थे शिकार
ग्रामीणों के अनुसार, युवक बाइक से बंदर भगाने में उपयोग की जाने वाली दो नई बंदूक लेकर निकले थे। लेकिन उसका इस्तेमाल जंगली पक्षियों और गिलहरी के शिकार में किया जा रहा था।
पक्षियों को मारने के बाद वे बंदूक झोले में रख रहे थे। इसी दौरान ग्रामीणों को शक हुआ और उन्होंने वन विभाग को सूचना दी।
आगे की जांच में जुटी पुलिस
ग्रामीणों की सूचना पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग की टीम ने मौके से बाज, गिलहरी और एक दर्जन से अधिक पक्षियों के शव बरामद किए हैं। विभाग ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
हालांकि वन विभाग की ओर से इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है। डौंडी परिक्षेत्र के रेंजर जीवन लाल भांडेकर ने कहा कि मामले की पूरी जांच के बाद ही स्पष्ट जानकारी दी जाएगी। आरोपियों के खिलाफ प्रारंभिक कार्रवाई की जा रही है।