आरोपियों ने अफसरों के साथ साजिश रचकर 8 रुपए की EDTA ट्यूब 2,352 रुपए में और 5 लाख रुपए की CBS मशीन 17 लाख रुपए में खरीदी थी। इसके साथ ही मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन ने 300 करोड़ रुपए के रीएजेंट भी खरीदे थे।
CGMSC घोटाले के खिलाफ ED ने 30-31 जुलाई को 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें कंपनी के निदेशक शशांक चोपड़ा, उनके सहयोगियों और कुछ अधिकारियों के घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की गई थी। इसके बाद ED ने मोक्षित कंपनी और उससे जुड़े लोगों की संपत्ति जब्त की है।
छापे में क्या-क्या मिला था ?
ED ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर दो लग्जरी कार की फोटो शेयर कर बताया कि, दो दिन कार्रवाई के दौरान ED को कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइसेज और क्राइम की कमाई से संबंधित संपत्तियों के सबूत मिले हैं। छापेमारी के दौरान 40 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त-फ्रीज की गई है।
ED के मुताबिक, छापे के दौरान बरामद डिजिटल डिवाइसेज़ (लैपटॉप, मोबाइल, हार्ड ड्राइव आदि) और दस्तावेजों से घोटाले की पूरी पैसों के लेन-देन, फर्जी बिलिंग और फंड डायवर्जन की जानकारी मिली है। इनकी फोरेंसिक जांच जारी है।