मारपीट की यह घटना चारामा थाना क्षेत्र की है। दरअसल, 3 अगस्त को ट्रेलर (CG 04 QG 8050) ने सेठिया ट्रेवल्स की बस (CG 19 BK 5212) को टक्कर मार दी थी। बस नरहरपुर से केशकाल होकर बांसकोट जा रही थी। घाट के दूसरे मोड़ पर ट्रेलर ने बस को टक्कर मार दी, जिससे बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। वहीं गाड़ी लेकर भागने वाले ड्राइवर को पकड़ने के लिए केशकाल पुलिस ने हाईवे पेट्रोलिंग टीम को रवाना किया। साथ ही कांकेर पुलिस को भी ट्रेलर को रोकने के लिए सूचित किया गया। कांकेर से भी एक हाईवे पेट्रोलिंग टीम भेजी गई, लेकिन वे ट्रेलर को रोक नहीं पाए।
प्राइवेट पार्ट पर बरसाए गए लात-घूंसे
चारामा पुलिस को जानकारी मिलने पर थाने के सामने ट्रेलर को रोकने की कोशिश की गई, जब ड्राइवर भागने लगा, तो मचांदुर नाका में ट्रकों को अड़ाकर उसे रोका गया और पुलिसकर्मियों ने बीच सड़क जमकर पिटाई की। प्राइवेट पार्ट पर लात-घूंसे बरसाए गए। जब वह दर्द से बिलबिलाने लगा, तब कहीं जाकर पुलिस का गुस्सा शांत हुआ।
चालक यूनियन संघ ने घटना पर जताई नाराजगी
इसके बाद में ड्राइवर को पेट्रोलिंग वाहन में बैठाकर केशकाल थाना ले जाया गया। मारपीट को लेकर ड्राइवरों में नाराजगी है। वाहन चालक यूनियन संघ के जिलाध्यक्ष याकूब गोरी ने कहा कि पुलिस को खुद फैसला लेने का अधिकार किसने दिया है। पुलिस का कर्तव्य था कि वाहन चालक को गिरफ्तार कर थाने ले जाती, लेकिन उन्होंने कानून अपने हाथ में ले लिया।
इस मारपीट में स्थानीय लोगों ने भी पुलिस का साथ दिया, जो भीड़ द्वारा न्याय देने जैसी घटना का संकेत देता है।
पुलिस ने मारपीट की घटना से किया इनकार
इधर, चारामा थाना प्रभारी जितेंद्र साहू का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है, ड्राइवर को वाहन से उतारकर केशकाल भिजवाया गया है। घटना के दूसरे रोज ड्राइवर खुद वाहन को लेने पहुंचा था। घटना के बाद पूरी रात ट्रेलर चारामा थाना में खड़ा रखा गया था।
हालांकि, वायरल वीडियो में पुलिसकर्मी ड्राइवर के साथ मारपीट करते नजर आ रहे हैं।