शुरुआती पूछताछ में पता चला कि युवक कर्ज के बोझ से परेशान था। इसके चलते उसने बांध में डूबने का नाटक किया और वहां अपना मोबाइल, कपड़े और चप्पल छोड़कर फरार हो गया। यह मामला रुद्री थाना का है।
शुरुआती जांच में डूबने की आशंका जताई
जानकारी के अनुसार, कवर्धा निवासी हेमंत चंद्रवंशी (30 साल) 24 मई को अपने एक कर्मचारी के साथ गंगरेल आया था और वहीं के एक रिसॉर्ट में रुका था। अगले दिन यानी 25 मई को वह अंगारमोती मंदिर के पीछे नहाने गया और अपने कर्मचारी को कुछ सामान लाने भेजा। इस बीच वह अपने मोबाइल, कपड़े और चप्पल बांध किनारे छोड़कर वहां से फरार हो गया।
जब कर्मचारी लौटा तो उसे किनारे पड़े सामान मिले और हेमंत का कोई पता नहीं चला। उसने तुरंत रुद्री थाने में सूचना दी। शुरुआती जांच में डूबने की आशंका जताई गई। इसके बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद ली और रायपुर से एसडीआरएफ टीम भी बुलवाई गई। पांच दिनों तक लगातार तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
मोबाइल लोकेशन से मिला सुराग
इसके बाद पुलिस ने हेमंत के परिजनों से संपर्क किया और पूछताछ की तो पता चला कि उसका एक और नंबर है। पुलिस ने उस नंबर के मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स की जांच शुरू की। इसी बीच हेमंत ने दूसरे नंबर से घरवालों को फोन किया और बताया कि वो दिल्ली में है।
वो कर्ज से परेशान है, इस वजह से वो महीनेभर बाद वापस आएगा। पुलिस को हेमंत की कॉल डिटेल्स से उसका सुराग मिला। आखिरकार 12 दिन बाद खुलासा हुआ कि हेमंत चंद्रवंशी दिल्ली में है। पुलिस फौरन कार्रवाई करते हुए उसे दिल्ली से पकड़कर रुद्री थाना ले आई।
पुलिस करेगी कानूनी कार्रवाई
अब पुलिस इस फर्जीवाड़े और भ्रम फैलाने की मंशा को लेकर आगे की जांच कर रही है। अधिकारी ने बताया कि इस तरह का कृत्य गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है और युवक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।