
दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि जेपी गार्डन के सामने सरोना रेलवे स्टेशन जाने वाले रोड पर एक व्यक्ति हेरोइन (चिट्टा) लेकर ग्राहक के इंतजार में खड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर युवक को पकड़ा।
पूछताछ में उसने अपना नाम बघेल सिंह (37) निवासी तरणतारण बताया। तलाशी के दौरान आरोपी के पास रखे बैग से सफेद प्लास्टिक की पन्नी में हेरोइन (चिट्टा) मिला। जिसका वजन 51.85 ग्राम पाया गया। बरामद हेरोइन की अनुमानित कीमत करीब 5.18 लाख रुपए है।
आरोपी से कब्जे से मोबाइल जब्त
इसके अलावा आरोपी के पास से एक मोबाइल भी जब्त किया गया। पुलिस मोबाइल की जांच कर फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज की तलाश करेगी। आरोपी से पूछने पर वह हेरोइन रखने या बेचने के लिए कोई वैध दस्तावेज या लाइसेंस नहीं दिखा सका।
एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज, जांच जारी
आमानाका पुलिस ने आरोपी बघेल सिंह के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21(बी) के तहत केस दर्ज किया है। जब्त हेरोइन को मौके पर ही सीलबंद किया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी पंजाब से हेरोइन लेकर रायपुर में बिक्री करने आया था।
अब जानिए नशे सप्लाई का रूट
रायपुर पुलिस 2025 से अब तक नशा बेचने वाले 550 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। ये आरोपी रायपुर में गांजा, एमडीएमए, एलएसडी, ओजी (विदेशी गांजा) हेरोइन, नशे की गोलियां, अफीम, कफ सिरप को बेचते और उसे लाते हुए पकड़े गए।
इन आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला, कि ये आरोपी ओडिशा से गांजा और महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब-हरियाणा से ड्रग्स लाते और उनको रायपुर सहित अन्य जिलो में बेचते हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों में इन आरोपियों के जरिए नशीली सामग्री पहुंचाई जाती है।
रायपुर के होटलों, पब और फॉर्म हाउसों में आयोजित प्राइवेट पार्टियों में ड्रग्स को कोडवर्ड के सहारे बेचा जा रहा है। ये सब बात पुलिस की जांच में पहले भी सामने आ चुकी है।