रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की राजनीति में क्या कुछ बड़ा होने वाला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आज शाम अचानक दिल्ली रवाना होने के बाद से यह सवाल सियाल गरियारों में लगातार पूछा जा रहा है। चर्चाओं का बाजार इस वजह से भी गरम है क्योंकि बघेल अकेले दिल्ली नहीं गए हैं। उनके साथ पीपीसी चीफ मोहन मरकाम, मंत्री कवासी लखमा और दो वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा और धनेंद्र साहू भी दिल्ली रवाना हुए हैं।
अचानक जारी हुआ मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरा का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री बघेल के दिल्ली जाने का कार्यक्रम आज दोपहर बाद अचानक जारी हुआ। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बघेल शाम पांच बजे की फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे और छत्तीसगढ़ भवन में रात्रि विश्राम करेंगे। सीएम का दौरा कार्यक्रम जारी होने के बाद राजीव भवन में मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में दिल्ली में एक बैठक होनी है इसमें राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर चर्चा होगी। इस बैठक में देश के सभी राज्यों के प्रमुखों के साथ ही राष्ट्रीय नेता शामिल रहेंगे।
इस वजह से छत्तीसगढ़ में गरम हुआ चर्चाओं का बाजार
सीएम के दिल्ली जाने का कार्यक्रम जारी होने के साथ ही प्रदेश की राजनीति में अटकलों का दौर शुरू हो गया था, लेकिन सैलजा के बयान के बाद मामला कुछ शांत हुआ, लेकिन अटकलों का दौर पूरी तरह थमता उससे पहले ही शाम पांच बजे बघेल और मरकाम के साथ मंत्री और विधायकों की दिल्ली उड़ान से मुद्दा फिर गरमा गया है।
बता दें कि प्रदेश कांग्रेस संगठन और सरकार के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। महामंत्रियों की नियुक्ति को लेकर हुए विवाद के बाद प्रदेश प्रभारी सैलजा की नाराजगी की खबरें आने लगीं। हालांकि बाद में सैलजा और मरकाम दोनों ने किसी तरह के विवाद से इन्कार कर दिया, लेकिन पार्टी सूत्रों के अनुसार मामला अभी शांत नहीं हुआ है।
राष्ट्रीय के साथ प्रदेश को लेकर भी बैठक
पार्टी के उच्च सूत्रों के अनुसार यह सही है कि दिल्ली में राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर बैठक होनी है, लेकिन इसके बाद छत्तीसगढ़ को लेकर अलग से बैठक होगी। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे, महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, सप्तगिरी उल्का सहित यहां से गए अन्य नेता शामिल होंगे।