प्राथमिक शाला रूवाड़ के बच्चे जर्जर भवन में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने मजबूर

Chhattisgarh Crimes

किशन सिन्हा/छत्तीसगढ़ क्राइम्स

छुरा. एक तरफ सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष जोर देने की बात कही जाती है, वहीं आज भी कई ऐसे सरकारी स्कूल है जहां भवन की स्थिति इतनी जर्जर हो चुकी है कि पालक अपने बच्चों को वहां बिठाने के लिए डरते हैं।

ज्ञात हो कि गरियाबंद जिले के छुरा विकासखंड क्षेत्र के ग्राम रूवाड़ के प्राथमिक शाला में कुल 73 बच्चे अध्ययनरत हैं किंतु प्राथमिक शाला भवन इतना खराब हो गया है कि मानसून के आते ही सीलन और बरसाती जल के रिसाव से सिलींग का प्लाटर उखड़ने लगा है ऐसे स्थिति में पालक अपने बच्चों को वहां बिठाने से डरने लगे हैं।

इस लिए अतिरिक्त कक्ष एवं और अन्य कमरे जहां हाईस्कूल संचालित होती है वहां दो पाली में कक्षा लगाने हेतु स्कुल समिति के द्वारा प्रस्ताव किया गया है जिसे ब्लाक शिक्षा अधिकारी कार्यालय भेजा जाएगा।

हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल खुलने के लगभग दस वर्षों बाद भी नहीं बना भवन

ग्रामीण एवं शिक्षकों से बात करने बताया गया कि हाई स्कूल 2013-14 व हायर सेकंडरी स्कूल 1016-17 में खुल तो गया है लेकिन अभी तक स्कुल भवन नहीं बन पाया है और अतिरिक्त कक्ष एवं अन्य व्यवस्थाओं के माध्यम से यह संचालन हो रहा है।

लेकिन प्राथमिक शाला जर्जर अवस्था में हो जाने के चलते छात्रों की परेशानी और भी बढ़ गई है। और अंतिम विकल्प के रुप में दो पाली में कक्षा के संचालन हेतु ब्लाक शिक्षा अधिकारी को प्रस्ताव भेजने की तैयारी की जा रही है।

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