
लोरमी। छत्तीसगढ़ की पहचान कहे जाने वाली अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगलों में इनदिनों जंगली जानवरों का अवैध शिकार बदस्तूर जारी है. एटीआर से लगे शिवतराई के जंगल में देर रात चीतल का शिकार किया गया है. वन विभाग ने 7 आरोपियों में से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
अचानकमार टाइगर रिजर्व वन अमला 7 लोगो में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वन विभाग की टीम ने 35 किलो मांस के सांथ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जंगल में हर साल की तरह इस बार भी होली त्योहार के पहले सात आरोपी जंगल में चीतल का शिकार करने गए थे, लेकिन वन विभाग ने 4 आरोपियों को धर दबोचा.
आरोपियों ने चिताल का शिकार बंदूक से गोली मारकर किया था. इस बात की भनक पहले ही एसडीओ चूड़ामणि सिंह को लग गई थी. वन अमला ने आरोपियों के अड्डे पर छापेमारी की. मौके से वन अमला ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. तीन आरोपी मौके से फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
एटीआर एसडीओ चूड़ामणि सिंह ने बताया कि शिवतराई के जंगल में चीतल का शिकार करने की योजना की सूचना उन्हें मिली थी, जिसपर डॉग स्क्वायड की मदद से अपराधियों के घर और बाड़ी में छापेमारी कार्रवाई की गई. दो अलग-अलग स्थान से 35 किलो चीतल मांस के साथ 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1971 की धारा 9 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया. जहां से उन्हें कोर्ट ने जेल भेज दिया है. शिवतराई के पूर्व सरपंच संतोष पोर्ते समेत दो अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है.
शिकार के मुख्य अपराधियों में शिवतराई के पूर्व सरपंच संतोष पोर्ते, विवेक नेल्शन, नेल्सन जार्ज, सुरेश उराव, मुन्ना यादव, भुवनेश्वर पोर्ते और हसरत खान शामिल हैं, जिनसे तीर धनुष, जीआई तार समेत एक नग 22 बोर गन को जब्त किया गया है. आरोपियों में संतोष पोर्ते, सुरेश उरांव और हसरत खान फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है.