रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में कलेक्टर्स कांफ्रेंस की शुरुआत हो चुकी है। कोरोना के बाद यह पहली फिजिकल मीटिंग है। इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने वर्चुअल बैठकें लेकर कोरोना मैनेजमेंट पर बात की थी। कमोबेश सभी जिलों ने क्रिटिकल समय पर बेहतर ढंग से प्रबंधन किया था।
आज की बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कोरोना से राहत मिलने के बाद अब सरकार मिशन मोड में काम करने की तैयारी में है। सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के अतिरिक्त अन्य योजनाओं पर तो बात की जाएगी, लेकिन इस बार कलेक्टरों को लॉ एंड ऑर्डर पर भी बात होगी। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के नाते कलेक्टर ही सीधे तौर पर लॉ एंड आर्डर के लिए जिम्मेदार होते हैं। मध्यप्रदेश के समय यह परंपरा थी, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। अब कवर्धा की घटना के बाद सरकार इस पर भी बात करेगी। कवर्धा में स्थिति को संभालने में प्रशासन से चूक हुई।
मुख्यमंत्री कलेक्टरों से लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रखने का प्लान पूछ सकते हैं। इसके अलावा लोक केन्द्रित प्रशासन, राजस्व प्रशासन से संबंधित शिकायतों का निराकरण, गिरदावरी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, धान खरीदी की तैयारी सहित राज्य शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की स्थिति पर कलेक्टरों से वन टू वन बात करेंगे।